देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी सर्विसेज फर्म एचसीएल टेक (HCLTech) ने दिसंबर तिमाही में अपने मुनाफे में सालाना आधार पर 6.23 पर्सेंट की बढ़ोतरी हासिल की है। मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 4,351 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के नतीजे अनुमानों से बेहतर रहे हैं। BFSI और hi-tech सेक्टर में मुश्किलों के बावजूद कंपनी ने बेहतर नतीजे हासिल किए हैं। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में 12 जनवरी को 3.77% की बढ़ोतरी के साथ
कंपनी के नेट प्रॉफिट में तिमाही आधार पर 13.51 पर्सेंट की बढ़ोतरी हुई है। इसकी मुख्य वजह वेरिजॉन डील से कंपनी को हासिल हुआ 5 करोड़ रुपये का इंक्रीमेंटल रेवेन्यू है। इसके अलावा, जर्मनी की कंपनी ASAP के अधिग्रहण के बाद भी कंपनी को अतिरिक्त आय हासिल हुई।
संबंधित अवधि में कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 6.54 पर्सेंट की बढ़ोतरी के साथ 28,446 करोड़ रुपये रहा। पिछले साल की इसी अवधि में यह आंकड़ा 26,700 करोड़ रुपये था। दिसंबर 2023 तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू मनीकंट्रोल (Moneycontrol) के अनुमानों से काफी ज्यादा है।
कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के लिए अपना रेवेन्यू गाइडेंस घटाकर 5-5.5 पर्सेंट कर दिया है। इससे पिछले तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू गाइडेंस 5-6 % था और इसमें ASAP का अधिग्रहण भी शामिल थे। मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का ग्रोथ गाइडेंस 6-8 पर्सेंट था। HCL Tech ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 18-19 पर्सेंट का मार्जिन गाइडेंस बनाए रखा है।
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 12 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। सितंबर तिमाही में एचसीएल टेक्नोलॉजीज का नेट प्रॉफिट चालू वित्त वर्ष की 9.9 प्रतिशत बढ़कर 3,833 करोड़ रुपये रहा था। इस दौरान कंपनी में नौकरी छोड़ने की दर घटकर 14.2% हो गई थी।