Infosys Q2 results: देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने गुरुवार 12 अक्टूबर को मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि दूसरी तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा 3 फीसदी बढ़कर 6,212 करोड़ रुपये रहा। यह मनीकंट्रोल के एक पोल में आए 6,156 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक है। कंपनी का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू सितंबर तिमाही में 7 फीसदी बढ़कर 38,994 करोड़ रुपये रहा। रेवेन्यू भी एनालिस्ट्स की ओर से लगाए 37,694 करोड़ रुपये के अनुमान से अधिक है। कॉन्सटैंट करेंसी के टर्म में, कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 2.5 फीसदी बढ़ा, जो अनुमानों से अधिक था।
रेवेन्यू गाइडेंस में कटौती
इंफोसिस ने पूरे वित्त वर्ष के लिए अपने रेवेन्यू ग्रोथ के अनुमान को अब ऊपरी स्तर पर कम कर दिया है। कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष के लिए अब 1 से 2.5 फीसदी के रेवेन्यू ग्रोथ का लक्ष्य दिया है। इससे पहले पिछले तिमाही में इसने अपने अनुमान को 4-7 प्रतिशत से घटाकर 1 से 3.5 प्रतिशत किया था।
इसके अलावा कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 के लिए प्रति शेयर 18 रुपये के अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है।
सितंबर तिमाही में हमारे लार्ज डील की वैल्यू 7.7 अरब डॉलर रही, जो अबतक सबसे अधिक है। ऐसा सभी वर्टिकल और भौगोलिक इलाकों में ग्रोथ के चलते हुआ है। इस अनिश्चित आर्थिक माहौल में यह बड़े पैमाने पर ग्राहकों की उभरती जरूरतों के मुताबिक खुद को बनाए रखने और प्रासंगिक बने रहने की हमारी क्षमता का सबूत है।"
इंफोसिस का ऑपरेटिंग प्रॉफिट या EBIT मार्जिन सितंबर तिमाही में 0.40 फीसदी बढ़कर 21.2 फीसदी रहा। कंपनी को रुपये में कमजोरी से अपना ऑपरेटिंग प्रॉफिट बढ़ाने में मदद मिली। इसके अलावा कंपनी ने इस साल अभी तक अपने कर्मचारियों की सैलरी में भी कोई बढ़ोतरी नहीं की है। इंफोसिस ने ऑपरेटिंग मार्जिन के अनुमान को 20 से 22 फीसदी पर बरकरार रखा है।
Infosys के नतीजे शेयर बाजार का कारोबार बंद होने के बाद आया। गुरुवार को इंफोसिस के शेयर 2.82 फीसदी गिरकर 1,452.30 रुपये के भाव पर बंद हुए। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 3.07 फीसदी की तेजी आई है। वहीं इस साल की शुरुआत से अबतक कंपनी के शेयरों में करीब 4.70 फीसदी की गिरावट आई है।