Paytm Q1 preview: Paytm (One97 Communications) के नतीजे आज आने वाले हैं। मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि अप्रैल-जून 2022 तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू साल-दर-साल आधार पर दोगुना रह सकता है। Paytm की लिस्टिंग 18 नवंबर 2021 को हुई थी। लेकिन कंपनी अभी तक मुनाफे में नहीं आ पाई है। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि 30 जून 2022 को खत्म तिमाही में कंपनी के प्रदर्शन में सुधार देखने को मिल सकता है। Paytm के CEO और फाउंडर विजय शेखर शर्मा ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि वह अब ग्रोथ पर नहीं मुनाफे पर फोकस करेंगे।
एनालिस्ट का अनुमान है कि कंपनी फाइनेंशियल ईयर 2024 के अंत तक मुनाफा हासिल कर सकती है। पिछले साल लिस्टिंग के बाद से ही Paytm के शेयरों पर लगातार फोकस रहा है। गुरुवार को Paytm के शेयर 0.17% तेजी केसाथ 805.90 रुपए पर बंद हुआ था।
कैसे रह सकते हैं Paytm के नतीजे?
Goldman Sachs ने Paytm के रिजल्ट प्रिव्यू नोट में कहा है कि 30 जून 2022 को खत्म तिमाही में Paytm की इनकम ग्रोथ साल-दर-साल आधार पर 90% रह सकती है। इस दौरान कंपनी के फाइनेंशियल सर्विसेज के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 305% की ग्रोथ देखने को मिल सकती है। इसी तरह इस अवधि में कंपनी के पेमेंट सर्विस की रेवेन्यू में सालाना आधार पर 74% की ग्रोथ का अनुमान है।
इसी तरह Yes Securities का कहना है कि अप्रैल-जून 2022 तिमाही में पेटीएम की रेवेन्यू में दोगुना से ज्यादा की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। यस सिक्योरिटीज का मानना है कि तिमाही दर तिमाही आधार पर इस अवधि में कंपनी के ऑपरेशन से कंपनी के मिलने वाले रेवेन्यू में 17.5 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है। वहीं सालाना आधार पर इसमें 103.3 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
पेटीएम पेमेंट बैंक पर आरबीआई के बैन का असर
Goldman Sachs के एनालिस्ट का कहना है कि जून 2022 तक पेटीएम के मंथली ट्रांजैक्टिंग यूजरों की संख्या 7.6 करोड़ रही है। यह फरवरी 2022 में 7 करोड़ पर रही थी। इससे इस बात का संकेत मिलता है कि आरबीआई द्वारा पेटीएम पेमेंट बैंक पर मार्च में प्रतिबंध लगाए जाने का यूजर एक्यूजीशन पर बहुत मामूली अधिग्रहण पड़ा है। इससे निवेशकों की चिंता कुछ कम होगी।
यस सिक्योरिटीज और Goldman Sachs का अनुमान है कि पहली तिमाही में पेटीएम के लोन वितरण में अच्छी मजबूती देखने को मिलेगी। अप्रैल-जून तिमाही में पेटीएम के लोन वितरण में तिमाही आधार पर 56 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है और यह इस अवधि में 56 करोड़ रुपये पर रही है।
Goldman Sachs का मानना है कि पहली तिमाही में पेटीएम की रेवेन्यू 1690 करोड़ रुपये पर रह सकती है और इसकी एडजस्टेड एबिटा मार्जिन -19 फीसदी पर रहेगी। जबकि एडजस्टेड एबिटा -320 करोड़ रुपये पर रह सकती है। इसी तरह यस सिक्योरिटीज का अनुमान है कि पहली तिमाही में पेटीएम की रेवेन्यू 1,810.6 करोड़ रुपये और एबिटडा -720.7 करोड़ रुपये पर रह सकती है। जबकि इस अवधि में कंपनी को 721.9 करोड़ रुपये का नेट लॉस हो सकता है।