देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने 13 माई 2022 को अपने वित्त वर्ष 2021-22 के चौथी तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए हैं। जिसके मुताबिक इस अवधि में बैंक के मुनाफे में सालाना आधार पर 41 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है और ये पिछले वित्त वर्ष के चौथी तिमाही के 6450 करोड़ रुपए से बढ़कर 9113.5 करोड़ रुपए पर आ गया है। जबकि इसके 9927 करोड़ रुपए पर रहने का अनुमान किया गया था।
चौथी तिमाही में SBI की ब्याज आय सालाना आधार पर 15.3 फीसदी बढ़कर 31198 फीसदी पर रही है जबकि इसके 31570 करोड़ रुपए पर रहने का अनुमान किया गया था। वहीं, पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में बैंक की आय 27067 करोड़ रुपए पर रही थी।
SBI के बोर्ड ने 31 मार्च 2022 को खत्म हुए वित्त वर्ष के लिए 7.1 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड का एलान भी किया है।
तिमाही दर तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में SBI की प्रोविजनिंग 6974 करोड़ रुपए से बढ़कर 7237 करोड़ रुपए पर रही है। वहीं, सालाना आधार पर बैंक की लोन ग्रोथ 11 फीसदी पर तिमाही आधार पर 6 फीसदी पर रही है।
असेट क्वालिटी की बात करें तो तिमाही आधार पर SBI की नेट NPA 1.34 फीसदी से घटकर 1.02 फीसदी पर आ गई है। वहीं, ग्रॉस NPA 4.50 फीसदी से घटकर 3.97 फीसदी पर रही है।
रुपए में देखें तो तिमाही दर तिमाही आधार पर बैंक की नेट NPA 34540 करोड़ रुपए से घटकर 27966 करोड़ रुपए पर आ गई है। वहीं, ग्रॉस NPA 1.20 लाख करोड़ से घटकर 1.12 लाख करोड़ पर रही है।