टाटा स्टील लिमिटेड (Tata Steel Ltd) ने मंगलवार को बताया कि वित्त वर्ष 2022 की मार्च तिमाही में उसका मुनाफा सालाना आधार पर 37.3 फीसदी बढ़कर 9,835.12 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 7,162 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के मुनाफे को बाजार अनुमानों से बेहतर बताया जा रहा है। इसके अलावा कंपनी ने आज अपने शेयरों को 10:1 के अनुपात में बांटने (Stock Split) का भी ऐलान किया।
टाटा स्टील देश की सबसे बड़ी स्टील कंपनी है। कंपनी की आमदनी मार्च तिमाही में 39 फीसदी बढ़कर 69,323.50 करोड़ रुपये रहा। इसमें से टाटा स्टील इंडिया की ग्रोथ 34 फीसदी बढ़कर 36,681 करोड़ रुपये रही, जबकि टाटा स्टील की ग्रोथ 53 फीसदी के भारी उछाल के साथ 26,389 करोड़ रुपये रही।
कंपनी के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर टी वी नरेंद्ररन ने बताया, "कोरोना महामारी और भूराजनीतिक तनावों से पैदा हुई तमाम चुनौतियों के बावजूद टाटा स्टील ने एक बार फिर से शानदार नतीजे देने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है।"
नरेंद्ररन ने आगे बताया कि टाटा स्टील के भारतीय बिजनेस में व्यापक तौर पर ग्रोथ दर्ज की गई है। वहीं यूरोपीय कारोबार में ट्रांसफार्मेशन प्रोग्रामल से मजबूत कारोबारी माहौल का लाभ उठाने में मदद मिली, जिससे मजबूत ग्रोथ देखी गई।
ऑपरेटिंग लेवल पर, कंपनी का EBITDA (अर्निंग बिफोर इंटरेस्ट, टैक्स, डेप्रिशिएशन और एमॉर्टाइजेशन) मार्च तिमाही में 6 फीसदी बढ़कर 15,174 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने आगे बचाया कि मार्च तिमाही में उसका उत्पादन 76.2 लाख टन रहा, जो पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 5 फीसदी कम है। हालांकि इस दौरान कंपनी की डिलीवरी 2.3 फीसदी बढ़कर 80.1 लाख टन रही।
टाटा स्टील ने प्रत्येक शेयर पर 51 रुपये और प्रत्येक आंशिक भुगतान वाले शेयर पर 12.75 रुपये का डिविडेंड देना का ऐलान किया। कंपनी ने बताया, "कंपनी के शेयरों को 10:1 के अनुपात में विभाजित करने की भी सिफारिश की जाती है।"
टाटा स्टील के शेयर मंगलवार को एनएसई पर 2.04 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,297.00 रुपये के स्तर पर बंद हुए। पिछले एक महीने में कंपनी के शेयरों में 3.35 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि पिछले एक साल में इसने अपने निवेशकों को करीब 22 फीसदी का रिटर्न दिया है।