Vodafone Idea Q3 results: टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने आज 11 फरवरी को FY25 की तीसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान कर दिया है। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी नेट लॉस मामूली रूप से कम होकर 6609 करोड़ रुपये पर आ गया। एक साल पहले की इसी तिमाही में कंपनी को 6986 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। कंपनी के शेयरों में आज 3.29 फीसदी की गिरावट आई और यह स्टॉक BSE पर 8.82 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद नतीजे जारी किए हैं।
दिसंबर तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 4 फीसदी बढ़कर 11,117 करोड़ रुपये हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही में यह 10673 करोड़ रुपये था। दिसंबर तिमाही में फर्म का ARPU बढ़कर 173 रुपये हो गया, जो एक तिमाही पहले 166 रुपये था, यानी इसमें 4.7 फीसदी की वृद्धि है। कंपनी का कुल सब्सक्राइबर बेस 19.98 करोड़ और 4जी सब्सक्राइबर बेस 12.6 करोड़ था।
Q3 FY25 में कंपनी का कैपेक्स खर्च ₹3,210 करोड़ रहा, जिससे पहले नौ महीनों का कुल कैपेक्स ₹5,330 करोड़ तक पहुंच गया। टेलीकॉम कंपनी ने कहा कि Q4 FY25 में नेटवर्क विस्तार की गति और तेज होगी और पूरे वित्तीय वर्ष के लिए कुल कैपेक्स लगभग ₹10,000 करोड़ रहने की उम्मीद है।
टेलीकॉम कंपनी ने अपने बयान में कहा, "पिछले एक साल में बैंकों से लिया गया कर्ज ₹5290 करोड़ घटकर ₹2,330 करोड़ रह गया है, जो Q3 FY24 में ₹7,620 करोड़ था। 31 दिसंबर 2024 तक कंपनी का कैश और बैंक बैलेंस ₹12,090 करोड़ रहा।"
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के सीईओ अक्षय मूंदड़ा ने बयान में कहा, "हम निवेश को बढ़ा रहे हैं और कैपेक्स की तैनाती की गति आने वाले तिमाहियों में और तेज होगी। इसके साथ ही, 5G सेवाओं का चरणबद्ध रूप से प्रमुख क्षेत्रों में विस्तार किया जा रहा है। हमें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि विलय के बाद से यह हमारी अब तक की सबसे अधिक तिमाही कैश EBITDA रही है, जो ₹2,450 करोड़ तक पहुंच गई है, और सालाना (YoY) 15% की वृद्धि दर्ज की गई है। बढ़ते निवेश के साथ, हमें ऑपरेशन और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस में और सुधार की उम्मीद है।"
मूंदड़ा ने कहा कि Vi के एक प्रमोटर से हाल ही में मिले ₹1910 करोड़ के इक्विटी निवेश के साथ, टेलीकॉम कंपनी ने पिछले 10 महीनों में लगभग ₹26,000 करोड़ (₹260 बिलियन) का नया इक्विटी कैपिटल हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि Vi डेट फाइनेंसिंग (Debt financing) के लिए उधारदाताओं से बातचीत जारी रखे हुए है, ताकि तीन वर्षों में योजना के मुताबिक ₹50,000-55,000 करोड़ के नेटवर्क विस्तार निवेश को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा, "सरकार का बैंक गारंटी माफ करने का निर्णय टेलीकॉम सेक्टर के प्रति उसके लगातार सपोर्ट को दिखाता है, जो डिजिटल इंडिया के भविष्य का एक अहम स्तंभ है।"