Deloitte ने पिछले तीन सालों में भारत में दोगुना की अपने कर्मचारियों की संख्या
Deloitte Touche Tohmatsu India LLP ने एक बयान में कहा कि ये इंडस्ट्री तकनीकि ग्रोथ देने के लिए कौशल निर्माण पर केंद्रित है। इसने उत्तर भारत में पराली जलाने की समस्या के समाधान में मदद के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट को पूरा करने की भी घोषणा की
Deloitte ने पिछले तीन सालों में भारत में दोगुना की अपने कर्मचारियों की संख्या
भारत में Deloitte ने पिछले तीन सालों में करीब 50,000 पेशेवरों को काम पर रखा है। ऑडिट फर्म ने शुक्रवार को ये जानकारी दी। इन भर्तियों के साथ ही कंपनी में कर्मचारियों की संख्या लगभग दोगुना हो गई और कंपनी की प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने के लिए ऐसे किया गया। Deloitte Touche Tohmatsu India LLP ने एक बयान में कहा कि ये इंडस्ट्री तकनीकि ग्रोथ देने के लिए कौशल निर्माण पर केंद्रित है। इसने उत्तर भारत में पराली जलाने की समस्या के समाधान में मदद के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट को पूरा करने की भी घोषणा की।
बयान में कहा गया है, "भारत में डेलॉइट ने पिछले तीन सालों में करीब 50,000 पेशेवरों को हायर किया है।" इसने आगे कहा, "शिक्षा, डिजिटल कौशल विकास और ट्रेनिंग के मौके का समर्थन करने के लिए नए नजरिओं पर ध्यान देने के साथ संगठन भारत में लोगों और उत्पादक क्षमताओं में निवेश जारी रखने की योजना बना रहा है।"
डेलॉइट ग्लोबल सीईओ एमेरिटस (रिटायर) पुनीत रेनजेन ने शुक्रवार को US-इंडिया CEO फोरम में भारत की क्षमता और कौशल और प्रकृति-आधारित समाधानों के महत्व पर प्रकाश डाला।
पुनीत ने कहा, "मेरा मानना है कि ये भारत की सदी है, और देश के पास हमारे सामने मौजूद कुछ अहम मुद्दों को संबोधित करने में दुनिया का नेतृत्व करने का एक अनूठा मौका है। भारत के भावी इनोवेटर्स, उद्यमियों और नेताओं को इन चुनौतियों का सामना करने में मदद करने के लिए नए कौशल की जरूरत होगी।"
डेलॉइट भारत में सीखने का मौका देती रहेगी। Deloitte AI Academy भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के सहयोग से कार्यबल के विकास और पुन: कौशल के जरिए प्रौद्योगिकी प्रतिभा की खाई को पाटने में मदद करती है और डेलॉइट का स्टेपअप प्रोग्राम स्किल और उभरती तकनीक पर तीसरे साल के इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों को शिक्षित करता है।
अगले कुछ सालों में, डेलॉइट की योजना STEM, इनोवेशन, नेतृत्व और डिजिटल पर ध्यान देने के साथ व्यापक समुदाय के साथ जुड़ना जारी रखने की है।
डेलॉइट्स वर्ल्डक्लास, शिक्षा और कौशल निर्माण के जरिए 2030 तक 100 मिलियन लोगों को करियर और अवसरों के लिए तैयार करने का एक वैश्विक कोशिश है, जिसका मकसद भारत में 50 मिलियन लोगों तक पहुंचना है।
2017 में लॉन्च होने के बाद से, वर्ल्ड क्लास ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, ओडिशा, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तराखंड और राजस्थान में स्थित भारत भर में 125 से ज्यादा NGO का समर्थन किया है।
2022 में, डेलॉइट इंडिया ने सफलतापूर्वक हरियाणा में एक पायलट प्रोजेक्ट चलाया, जिसके चलते खेत में आग लगने या पराली जलाने की घटनाओं में 69 प्रतिशत की कमी आई।
बयान में कहा गया है, "अनुमान है कि समय के साथ इस पायलट प्रोजेक्ट के जरिए लगभग 2,000 लोगों की जान बचाई जा सकती है।" डेलॉइट इंडिया ने हरियाणा राज्य में कुल आठ जिलों को कवर करने की पहल करने की योजना बनाई है, जो वर्तमान में राज्य में लगभग 90 प्रतिशत आग के लिए जिम्मेदार हैं।
इनके अलावा, डेलॉइट इंडिया ने संकेत दिया है कि वह पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश (गाजियाबाद जिला) और पंजाब (एसएएस नगर जिला) में पायलटों का संचालन करेगी।
हरियाणा के आठ जिलों में फतेहाबाद, सिरसा, जींद, कैथल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर और करनाल शामिल होंगे। पहल की योजना स्थानीय सरकारों, किसानों, समुदायों और निजी क्षेत्र के भागीदारों को जुटाना जारी रखना है।