देश के स्टार्टअप इकोसिस्टम में फिनटेक सेक्टर (Fintech Sector) की बड़ी हिस्सेदारी है। 2016 में UPI लॉन्च होने के बाद फिनटेक की भूमिका बढ़ी है। नोटबंदी के बाद से अब तक फिनटेक कंपनियों ने लंबा सफर तय किया है। आज बड़ी संख्या में लोग जीरोधा (Zerodha), फोनपे (PhonPe) जैसे फिनटेक स्टार्टअप का रोजाना इस्तेमाल कर रहे हैं।
फिनटेक कंपनियों के बढ़ते बिजनेस का असर उनके रेवेन्यू पर बड़ा है। इंडिया में यूनिकॉर्न की संख्या बढ़कर 106 हो गई है। इनमें से 22 फिनटेक सेक्टर से हैं। पिछले हफ्ते पुणे की फिनटेक कंपनी वनकार्ड की वैल्यूएशन एक अरब डॉलर हो गई। टेमासेक, सिकोइया सहित कुछ पीई फंडों से पैसा जुटाने के बाद इसकी वैल्यूएशन में इजाफा हुआ।
बेंगलुरु का Razorpay अभी सबसे ज्यादा वैल्यूएशन वाला फिनटेक स्टार्टअप है। इसकी वैल्यूएश 7.5 अरब डॉलर है। फाइनेंशियल ईयर 2020-21 में यह कंपनी मुनाफे में रही। देश के टॉप फिनटेक यूनिकॉर्न्स के फाउंडर्स की कुल सैलरी FY 2020-21 में करीब 147 करोड़ रुयपे रही। फिनटेक यूनिकॉर्न्स के फाउंडर्स की औसत सैलरी 1.07 करोड़ रुपये रही।
मिनिस्ट्री ऑफ कॉर्पोरेट अफेयर्स को फिनटेक कंपनियों की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, जीरोधा के दोनों कामत की सैलरी सबसे ज्यादा रही। वित्त वर्ष 2020-21 में निखिल और नितिन कामत में से दोनों की सैलरी 36-36 करोड़ रुपये रही।
प्राइवेट लिमिटेड स्टार्टअप में जिरोधा का रेवेन्यू सबसे ज्यादा रहा। इसने फाइनेंशियल ईयर 2020-21 में 2,729 करोड़ रुपये का रेवेन्य हासिल किया। इस दौरान कंपनी का प्रॉफिट 1,123.3 करोड़ रुपये रहा। जिरोधा ग्राहकों को शेयर मार्केट में इनवेस्टमेंट के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराता है।
Paytm की वैल्यूएशन 6.1 अरब डॉलर है। यह कंपनी अब तक मुनाफे में नहीं आई है। इसके संस्थापक विजय शेखर शर्मा की सैलरी वित्त वर्ष 2020-21 में 4 करोड़ रुपये रही। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 3,186.8 करोड़ रुपये रहा।
भारतपे के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर की सैलरी फाइनेंशियल ईयर 2020-21 में 1.36 करोड़ रुपये रही। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू 184.9 करोड़ रुपये रहा। इसकी वैल्यूएश 2.85 अरब डॉलर है।
BillDesk के फाउंडर्स अजय कौशल और श्रीनवासु एमएन की सैलरी स्टार्टअप फाउंडर्स में दूसरी सबसे ज्यादा रही। वित्त वर्ष 2020-21 में दोनों ने बतौर सैलरी 25-25 करोड़ रुपये हासिल किए। बिलडेस्क इंडिया में सबसे पुराने पेमेंट गेटवेज में शामिल है। PayU vs 4.7 अरब डॉलर में इसका अधिग्रहण किया था।
फिनटेक स्टार्टअप आज इंडिया में आम लोगों को कई तरह की सेवाएं दे रहे हैं। इनमें मनी ट्रांसफर की सुविधा, आसान लोन सुविधा, डिजिटल बैंक अकाउंट ओपन करने की सुविधा शामिल हैं।