यह हम सब जानते हैं कि लंबी अवधि में स्टॉक मार्केट में निवेश से बहुत अच्छा रिटर्न मिलता है। इसलिए अगर आपने अब तक शेयरों में इनवेस्ट नहीं किया है तो यह इसके लिए सही समय है। गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के पावन मौके पर हम इनवेस्टमेंट से जुड़ी ऐसी 8 बातें बता रहे हैं, जो हम भगावन गणेश से सीख सकते हैं:
1. फाइनेंशियल जर्नी की शुरुआत
हर नई शुरुआत पर हम भगवान गणेश से प्रार्थना करते हैं। यह हमें बताता है कि किसी चीज को हासिल करने के लिए शुरुआत करना सबसे जरूरी है। अपने पैसे को बढ़ाने के लिए भी यह जरूरी है। इसलिए आपको इनवेस्टमेंट की दिशा में पहला कदम बढ़ाना चाहिए। शुरुआत के लिए गणेश चतुर्थी से बेहतर दूसरा कोई समय नहीं हो सकता।
भगवान गणेश को गजानन कहा जाता है। इसकी वजह यह है कि उनका सिर हाथी का है। यह बुद्धिमानी का प्रतीक है। यहां भगवान गणेश कहते हैं कि निवेश करने में हमें अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करना चाहिए। निवेश करने से पहले हमें एसेट क्लास के सभी पहलुओं को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए।
भगवान गणेश के कान बहुत बड़े हैं। इसीलिए उन्हें लंबकर्ण भी कहा जाता है। इसका मतलब है कि भगवान गणेश हर बात को ध्यान से सुनते हैं। निवेश करने में भी आपको यह ध्यान में रखना चाहिए। ध्यान से एक्सपर्ट्स की बातें सुनें, निवेश के विकल्पों के बारे में जानकारियां जुटाएं। फिर, अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाल जानने के बाद निवेश करें।
भगवान गणेश का आंखें भले ही छोटी हैं, लेकिन वे बहुत तेज हैं। इसीलिए उन्हें चिंतेश्वर कहा जाता है। इसका मतलब है कि हमें निवेश में हमेशा अपना फोकस बनाए रखना चाहिए । इनवेस्टमेंट में आप इस कौशल का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप चीजों की बारीकियों को समझेंगे तो बाजार के उतार-चढ़ाव का आप पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।
5. गलत निवेश से बाहर निकल जाएं
गणेश को एकदंत भी कहा जाता है। इसकी वजह यह है कि उनके दो बड़े दांत में से एक टूटा हुआ है। यह हमें बताता है कि अपने पोर्टफोलियो से हमें लॉस देने वाले इनवेस्टमेंट प्लान को बाहर कर देना चाहिए।
भगवान गणेश की सूंड टेढ़ी है। इसलिए उन्हें वक्रतुंड कहा जाता है। यह हमें लचीलापन सिखाता है। हमें निवेश के मामले में भी लचीलापन दिखाना चाहिए। अगर आपको कई ऐसा ऑप्शन दिख रहा है, जो ज्यादा रिटर्न दे सकता है तो फिर आपको उसे अपने पोर्टफोलियो में जगह देने की कोशिश करनी चाहिए।
भगवान गणेश मजबूत और बलशाली होने के बावजूद मूस की सवारी करना पसंद करते हैं। यह उनकी विनम्रता दर्शाता है। निवेश के मामले में भी हमें हमेशा विनम्रता बनाए रखना चाहिए। हमें अनुशासन का भी ध्यान रखना चाहिए।
भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा जाता है। इसका मतलब है सभी तरह की बाधाओं को हरने वाला। इनवेस्टमेंट में भी यह बात लागू होती है। इनवेस्टमेंट भी छोटी-छोटी बाधाएं आती रहती हैं। हमें उनसे पार पाना पड़ता है।