Infosys Recruitment Reward Policy: भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक इंफोसिस ने एक नई रिक्रूटमेंट रिवार्ड स्कीम शुरू की है। इस स्कीम के तहत, जो कर्मचारी नई भर्तियों के लिए इंटरव्यू लेने पर उन्हें प्रति इंटरव्यू ₹700 का कैश रिवार्ड दिया जाएगा। यह इंफोसिस में अपनी तरह का पहला कदम है, जिसका मकसद कर्मचारियों को रिक्रूटमेंट प्रोसेस में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना है।
नई पॉलिसी के तहत कर्मचारी प्रति इंटरव्यू 700 पॉइंट (जो ₹700 के बराबर हैं) कमा सकेंगे। यह कार्यक्रम 1 जनवरी से लागू माना जाएगा, जिसका मतलब है कि कर्मचारी पिछले 5 महीनों में लिए गए इंटरव्यू के लिए भी रिवार्ड का दावा कर सकते हैं। यह नई कैश इंसेंटिव पॉलिसी कंपनी के उन वरिष्ठ कर्मचारियों के लिए लाई गई है जो लेटरल हायरिंग के लिए इंटरव्यू लेते हैं। कंपनी का लक्ष्य कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाना और इंटरव्यू प्रक्रिया में उनकी भागीदारी को अहमियत देते हुए रिवार्ड देना है।
यहां आपको बता दें कि, HR और टैलेंट एक्विजिशन टीमों के कर्मचारी इस रिवार्ड प्रोग्राम का हिस्सा नहीं होंगे। साथ ही, यदि कोई इंटरव्यू रद्द हो जाता है या उम्मीदवार नहीं आता है, तो कर्मचारी रिवार्ड का दावा नहीं कर पाएंगे।
इंफोसिस के एक वरिष्ठ कर्मचारी के अनुसार, यह रिवार्ड पॉलिसी उन कर्मचारियों के वर्ग को खुश करने के लिए एक कदम है जो वित्तीय वर्ष 2024 के लिए 5-8 फीसदी सैलरी इंक्रीमेंट और मार्च 2025 तिमाही के लिए कम परफॉर्मेंस बोनस से निराश थे।
CEO की सैलरी में हुई बंपर बढ़ोतरी
हाल ही में इंफोसिस के सीईओ सलिल पारेख को मिलने वाली सैलेरी की जानकारी सामने आई। उनकी सैलेरी में वित्तीय वर्ष 2026 के लिए 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई जिससे उनका वार्षिक भुगतान ₹80.62 करोड़ हो गया है। पारेख को उनकी मौद्रिक क्षतिपूर्ति के साथ 3,82,071 प्रतिबंधित स्टॉक यूनिट (RSUs) भी प्रदान की गईं। एक तरफ जहां हजारों कर्मचारियों की सैलेरी में बहुत कम इंक्रीमेंट देखने को मिला वही दूसरी तरफ CEO की सैलेरी में इतनी बढ़ोतरी होना कर्मचारियों के लिए थोड़ा हताश करने वाला है।