रिलायंस रिटेल ने बताया है कि वह जल्दी देश में अपने सभी स्टोरों पर लेन-देन के लिए डिजिटल रुपए को स्वीकार करना शुरु कर देगी। इसके लिए पहला कदम उठाते हुए रिलायंस रिटेल (Reliance Retail)ने अपने फ्रेशपिक स्टोर (Freshpik store) में पहली इन-स्टोर एक्सेप्टेंस शुरू किया है। इसके बाद इस सुविधा को कंपनी के सभी स्टोरों पर शुरू कर दिया जाएगा। रिलायंस रिटेल ने CBDC (डिजिटल रुपया) के लेन-देन सुचारु और सरल बनाने के लिए इनोवेटी टेक्नोलॉजीज (Innoviti Technologies), ICICI बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक (Kotak Mahindra Bank) के साथ करार किया है। बिलिंग के बाद अगर उपभोक्ता सीबीडीसी के जरिए भुगतान करना चाहता है, तो इस भुगतान के लिए उसके एक डिजिटल रुपया स्वीकृति वाला क्यूआर कोड दिया जाएगा।
इस मौके पर रिलायंस रिटेल के प्रबंध निदेशक (managing director) वी सुब्रमण्यम (V Subramaniam) ने कहा, "मेरा मानना है कि सीबीडीसी, यूपीआई सिस्टम से बेहतर होगा। इसमें लेन-देन गुमनाम और सुरक्षित होगा। इसके अलावा 17000 रिलायंस रिटेल स्टोर्स में स्वीकृति मिलने से सीबीडीसी के प्रसार में सहायता मिलेगी।"
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सबसे पहले e7-R को पिछले साल 1 दिसंबर को कुछ शहरों में खुदरा बाजारों के लिए उपलब्ध कराया था। पहले इसका उपयोग चार शहरों-नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और भुवनेश्वर तक सीमित था, लेकिन बाद में इसे नौ अतिरिक्त शहरों तक बढ़ा दिया गया। आईसीआईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक सहित आठ बैंकों को इस पायलट परियोजना में अगल-अलग चरणों में भाग लेने के लिए चुना गया है। इन बैंकों के ग्राहक डिजिटल वॉलेट का उपयोग करके ई7 के जरिए लेनदेन कर सकेंगे।
इनोविटी टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर और सीईओ राजीव अग्रवाल ने कहा "पैसे की इतिहासिक यात्रा काफी दिलचस्प रही है, यह वस्तु विनिमय, सिक्कों, नोटों के जरिए विकसित हुई और अब यह अपने नए डिजिटल अवतार में है।''
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