Kotak Mahindra Bank के चीफ एग्जिक्यूटिव अफसर और दिग्गज बैंकर उदय कोटक ने Credit Suisse मामले पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस मामले से इनवेस्टमेंट को लेकर रिस्क-रिटर्न एसेसमेंट के महत्व का पता चलता है। उन्होंने इस बारे में 20 मार्च को एक ट्वीट किया है। उन्होंने कहा है कि क्रेडिट सुइस की डील सभी बैंकों और उनसे जुड़े लोगों के लिए एक संकेत है। इससे पता चलता है कि साइज के आगे जब रिस्क-रिटर्न मैट्रिक्स की अनदेखी कर दी जाती है तो क्या होता है। कोटक का यह बयान बहुत मायने रखता है, क्योंकि उन्हें बैंकिंग सेक्टर का व्यापक अनुभव है। इससे पहले जब Silicon Valley Bank के डूबने की खबर आई थी तब भी उन्होंने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया जताई थी।
Uday Kotak ने क्रेडिट सुइस और UBS के बीच हुई डील का भी जिक्र अपने ट्वीट में किया है। उन्होंने लिखा है कि क्रेडिड सुइस UBS के हाथ 3 अरब डॉलर में बिक गया। यह शुक्रवार (17 मार्च) को इसके शेयर के बंद मूल्य के मुकाबले 60 फीसदी डिस्काउंट है। 600 अरब डॉलर की बैलेंसशीट वाला बैंक 3 अरब डॉलर में बिक गया। 17 अरब डॉलर के AT1 बॉन्ड को राइट-ऑफ कर दिया गया। यह सभी बैंकर्स और उससे जुड़े लोगों के लिए संकेत है कि जब साइज के आगे रिस्क-रिटर्न की अनदेखी की जाती है तो क्या होता है।
कोटक ने डील की वैल्यू पर उठाए सवाल
कोटक महिंद्रा बैंक के बॉस की यह प्रतिक्रिया यूबीएस के क्रेडिट सुइस को खरीदने के लिए तैयार हो जाने के कुछ ही घंटे बाद आई। UBS स्विट्जरलैंड का सबसे बड़ा बैंक है। उसने गंभीर मुश्किल में घिरे क्रेडिट सुइस को 2 अरब से थोड़ी ज्यादा कीमत में खरीदने जा रहा है। यह डील सरकार के निर्देश पर हो रही है। इसमें स्विस रेगुलेटर FINMA का भी हाथ है।
कोटक ने सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने क्या कहा था?
इससे पहले Silicon Value Bank के डूबने पर कोटक ने कहा था कि इंटेरस्ट रेट काफी बढ़ जाने के बाद यह तय था कि कोई हादसा होने वाला है। उन्होंने 10 मार्च को इस बारे में ट्वीट किया था। इसमें कहा था, "बीती रात यूएस बैंकिंग में डेवलपमेंट्स: मार्केट्स, एनालिस्ट्स, इनवेस्टर्स ने बैंक की बैलेंसशीट की फाइनेंशियल स्टैबिलिटी के महत्व को नजरअंदाज किए। जब एक साल में इंटरेस्ट रेट जीरो से 500 बीपीएस बढ़ जाता है तो कहीं न कहीं एक हादसा इंतजार कर रहा होता है।"
जल्दबाजी में बना UBS और क्रेडिट सुइस डील का प्लान
UBS अपने प्रतिद्वंद्वी बैंक को खरीदने के लिए 2 अरब डॉलर से थोड़ी ज्यादा कीमत चुका रहा है। यह कीमत 17 मार्च को क्रेडिट सुइस के शेयरों के बंद प्राइस (बैंक के वैल्यूएशन) के मुकाबले एक-चौथाई है। 17 मार्च को क्रेडिट सुइस की वैल्यू करीब 8 अरब डॉलर थी। जल्दबाजी में बने इस डील के प्लान का मकसद क्रेडिट सुइस के शेयरों की कीमतों में बड़ी गिरावट को रोकना था। इससे पहले अमेरिका में बैंकिंग क्राइसिस में सैलीकॉन वैली बैंक को बचाया नहीं जा सका था।