शरीर में Vitamin B12 की कमी के 7 शुरुआती संकेत, नजरअंदाज न करें
Vitamin B12 Deficiency: हमारे शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए कई विटामिन और मिनरल्स जरूरी हैं। इनमें विटामिन बी12 अहम है, जो शरीर में नहीं बनता। यह डीएनए, रेड ब्लड सेल्स और तंत्रिका तंत्र के लिए जरूरी है। कमी से थकान, कमजोरी, मूड स्विंग और याददाश्त प्रभावित हो सकती है
Vitamin B12 Deficiency: बी12 के लिए आप अंडे, मछली, चिकन, दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन बढ़ा सकते हैं।
हमारा शरीर रोजमर्रा की चुनौतियों से निपटने के लिए कई तरह के विटामिन, मिनरल्स और कैल्शियम पर निर्भर करता है। इनमें सबसे अहम है विटामिन बी12, जो शरीर में खुद नहीं बनता और इसलिए इसे एनिमल और प्लांट बेस्ड फूड के जरिए लेना जरूरी है। विटामिन बी12 हमारे डीएनए और रेड ब्लड सेल्स (आरबीसी) बनाने, तंत्रिका तंत्र को मजबूत करने और शरीर में ऑक्सीजन की सही मात्रा बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। हमारी डेली लाइफ और लाइफस्टाइल जैसे व्यस्त काम, नींद की कमी, लगातार स्क्रीन का इस्तेमाल और स्ट्रेस सीधे इस न्यूट्रिएंट पर असर डाल सकते हैं।
अगर बी12 की कमी हो जाए, तो शरीर में थकान, कमजोरी, याददाश्त में कमी और मूड स्विंग्स जैसी समस्याएं दिखाई देने लगती हैं। इसलिए सही आहार और न्यूट्रिएंट्स की पूर्ति न केवल स्वास्थ्य बल्कि लाइफस्टाइल को भी बेहतर बनाने के लिए जरूरी है।
थकान और कमजोरी
बी12 की कमी सबसे पहले शरीर में ऊर्जा की कमी, थकान और कमजोरी के रूप में नजर आती है। नींद न पूरी होने, पाचन में परेशानी जैसे दस्त, कब्ज और पेट दर्द भी आम हैं। शरीर में ऊर्जा न होने पर रोज़मर्रा के काम भी मुश्किल लगने लगते हैं।
याददाश्त और ध्यान में असर
विटामिन बी12 की कमी मस्तिष्क की कार्यक्षमता पर असर डालती है। इससे याददाश्त कम होती है, ध्यान में दिक्कत आती है और कंसन्ट्रेशन प्रभावित होता है। ये आपके रोजमर्रा के काम और पढ़ाई-लिखाई पर सीधा असर डाल सकता है।
मूड स्विंग और मानसिक परेशानी
बी12 की कमी का असर मूड और मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। अचानक मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं। लंबे समय तक बी12 की कमी से मानसिक थकान बढ़ती है और जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है।
त्वचा, बाल और नाखून पर असर
विटामिन बी12 की कमी का संकेत त्वचा और बालों में भी दिखता है। इसके कारण त्वचा में सूखापन, झुर्रियां, बालों का झड़ना और नाखूनों का टूटना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ये शुरुआती लक्षण शरीर में न्यूट्रिएंट की कमी का साफ संकेत हैं।
हार्ट और ब्लड प्रेशर से जुड़ी परेशानी
बी12 की कमी दिल और ब्लड प्रेशर को प्रभावित करती है। इससे उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए हृदय संबंधी लक्षण नजर आने पर बी12 का स्तर जरूर जांचें।
न्यूरोलॉजिकल और मांसपेशियों की कमजोरी
बी12 की कमी से सुनने और देखने की क्षमता प्रभावित हो सकती है। साथ ही मांसपेशियों में कमजोरी, झटके या सुन्नपन जैसी समस्याएं भी आ सकती हैं। ये संकेत बताते हैं कि शरीर को जरूरी न्यूट्रिएंट्स नहीं मिल रहे।
होंठ और जीभ के संकेत
यदि आपके होंठ बार-बार फट रहे हों या जीभ में काट या दर्द हो रहा है, तो यह भी बी12 की कमी का संकेत हो सकता है। इसे नजरअंदाज न करें, क्योंकि शुरुआती समय में सुधार संभव है।
कैसे भरें बी12 की कमी
बी12 के लिए आप अंडे, मछली, चिकन, दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन बढ़ा सकते हैं। शाकाहारी लोग दालें, सोया, नट्स और बी12 सप्लिमेंट्स ले सकते हैं। समय पर न्यूट्रिएंट्स की पूर्ति से शरीर की ऊर्जा, मानसिक स्वास्थ्य और हृदय सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।