Cold Cough Home Remedy: बार-बार होने वाली खांसी का रामबाण इलाज, सिर्फ लौंग और ये चीज है काफी
Cold Cough Home Remedy: अमरूद के पत्ते और लौंग खांसी के लिए प्राकृतिक उपचार हैं। इनमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की जलन और बलगम को कम करते हैं। काढ़ा या पाउडर बनाकर इनका सेवन करने से पुरानी खांसी में राहत मिलती है। यह नुस्खा फेफड़ों को साफ कर इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है
Cold Cough Home Remedy: पुरानी खांसी से हैं परेशान?
खांसी एक आम लेकिन बेहद परेशान करने वाली समस्या हो सकती है, खासकर जब यह लंबे समय तक बनी रहे। बदलते मौसम, ठंडा वातावरण, प्रदूषण और कमजोर इम्यूनिटी इसके कारणों में शामिल हैं। कई बार दवाइयां भी इस समस्या पर पूरी तरह असर नहीं कर पातीं, जिससे लोग महीनों या सालों तक पुरानी खांसी से जूझते रहते हैं। आयुर्वेद में खांसी के इलाज के लिए अमरूद के पत्ते और लौंग को बेहद फायदेमंद माना गया है। ये दोनों ही प्राकृतिक तत्व गले की जलन को शांत करने, बलगम निकालने और संक्रमण को कम करने में मदद करते हैं।
यदि आप बार-बार खांसी की समस्या से परेशान हैं, तो इस आयुर्वेदिक उपाय को आजमाकर राहत पा सकते हैं। सही तरीके से इनका उपयोग करने से खांसी जड़ से खत्म हो सकती है। आइए जानते हैं कि अमरूद के पत्ते और लौंग का इस्तेमाल कैसे करें और यह किस तरह फायदेमंद है।
अमरूद के पत्ते और लौंग कैसे देते हैं राहत?
अमरूद के पत्तों के फायदे: अमरूद के पत्ते कई तरह के पौष्टिक तत्वों से भरपूर होते हैं, जिनमें विटामिन ए, विटामिन सी, कैल्शियम, पोटैशियम और फास्फोरस शामिल हैं। इनमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण खांसी के इलाज में मदद करते हैं और फेफड़ों की सेहत को बेहतर बनाते हैं।
लौंग के फायदे: लौंग में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जो गले की जलन और कफ को कम करने में सहायक होते हैं। यह फेफड़ों को साफ करने और खांसी को शांत करने में मदद करती है।
जब अमरूद के पत्ते और लौंग को मिलाकर उपयोग किया जाता है, तो यह पुरानी खांसी को दूर करने के लिए एक बेहद कारगर उपाय बन जाता है।
कैसे बनाएं अमरूद के पत्तों और लौंग का काढ़ा?
अगर आप अपनी पुरानी खांसी से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो इस खास काढ़े को ज़रूर आजमाएं:
सामग्री:
5-6 अमरूद के ताजे पत्ते
3-4 लौंग
1 चम्मच शहद या गुड़
2 गिलास पानी
विधि:
सबसे पहले अमरूद के पत्तों को साफ पानी से अच्छी तरह धो लें।
अब एक पैन में 2 गिलास पानी डालकर उसमें अमरूद के पत्ते और लौंग डालें।
इसे 10-15 मिनट तक उबालें, जब तक पानी आधा न रह जाए।
अब इसमें गुड़ या शहद मिलाकर हल्का गुनगुना होने तक ठंडा करें।
दिन में दो बार इस काढ़े का सेवन करें।
फायदे: यह काढ़ा गले की खराश को कम करता है, बलगम को हटाता है और फेफड़ों को साफ करता है।
अमरूद के पत्तों और लौंग का पाउडर भी है फायदेमंद
अगर आप काढ़ा नहीं पीना चाहते, तो अमरूद के पत्तों और लौंग का पाउडर बनाकर भी इसका उपयोग कर सकते हैं।
कैसे बनाएं पाउडर?
कुछ अमरूद के पत्तों को धूप में अच्छी तरह सुखा लें, जब तक वे कड़क न हो जाएं।
इन्हें लौंग के साथ मिलाकर मिक्सी में पीस लें।
तैयार पाउडर को एक एयरटाइट डिब्बे में स्टोर करें।
कैसे करें सेवन?
रोजाना 1/2 चम्मच गुनगुने पानी में शहद या गुड़ मिलाकर फंकी लें।
यह फेफड़ों से बलगम निकालने में मदद करता है और खांसी को जल्दी ठीक करता है।
अगर आप सालों पुरानी खांसी से परेशान हैं और बार-बार दवाइयों का सहारा नहीं लेना चाहते, तो अमरूद के पत्ते और लौंग से बना ये आयुर्वेदिक नुस्खा आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। काढ़ा और पाउडर दोनों ही तरीके अपनाकर आप खांसी से राहत पा सकते हैं और अपने गले व फेफड़ों को हेल्दी बना सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।