डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज को हर दिन अपने ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने की चुनौती झेलनी पड़ती है। ये समस्या तब और बढ़ जाती है जब खानपान अनियमित हो और दिनचर्या अस्त-व्यस्त हो। ऐसे में सिर्फ दवाओं पर निर्भर रहना काफी नहीं होता, बल्कि शरीर को प्राकृतिक रूप से भी मजबूत करना जरूरी होता है। आयुर्वेद में कई ऐसी देसी औषधियां और जड़ी-बूटियां बताई गई हैं, जो शुगर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होती हैं। इनका सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये शरीर पर कोई नुकसान नहीं पहुंचातीं और लंबे समय तक असर दिखाती हैं।
खासकर सहजन, हरड़, बहेड़ा, आंवला और जामुन जैसे तत्वों से बने चूर्ण ब्लड शुगर लेवल को नैचुरली कंट्रोल करने में कारगर माने जाते हैं। नियमित सेवन से न सिर्फ डायबिटीज मैनेज होती है, बल्कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
क्यों बिगड़ता है ब्लड शुगर?
डायबिटीज में शुगर लेवल का बार-बार बढ़ना और घटना आम बात है। ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या खाते हैं, कितना एक्टिव रहते हैं और दवाओं का सेवन कैसे करते हैं। अगर दिनचर्या ठीक न हो तो दवाएं भी पूरी तरह असर नहीं करतीं। इसलिए डाइट और लाइफस्टाइल के साथ कुछ आयुर्वेदिक उपाय बेहद असरदार हो सकते हैं।
सहजन का चूर्ण: नेचुरल ब्लड शुगर कंट्रोलर
सहजन यानी मोरिंगा एक सुपरफूड की तरह काम करता है। इसकी पत्तियों में भरपूर एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं। पत्तियों को सुखाकर बनाए गए इसके चूर्ण का रोज सुबह खाली पेट सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल काफी हद तक संतुलित रहता है।
हरड़-बहेड़ा चूर्ण: आयुर्वेदिक फार्मूला
हरड़ और बहेड़ा दोनों ही त्रिफला का हिस्सा हैं और दोनों में शरीर को डिटॉक्स करने की ताकत होती है। इनका मिश्रण एक प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है और ब्लड शुगर को स्थिर बनाए रखने में मदद करता है। आप इन्हें मिलाकर चूर्ण बना सकते हैं और रोजाना सुबह गर्म पानी के साथ एक चम्मच सेवन करें।
आंवला न सिर्फ इम्यूनिटी बढ़ाता है, बल्कि इसमें मौजूद क्रोमियम डायबिटीज के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह मिनरल मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और इंसुलिन की क्रियाशीलता बढ़ाता है। रोज एक चम्मच सूखा आंवला चूर्ण लेने से ब्लड शुगर पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
जामुन के बीजों में प्राकृतिक रूप से ऐसे तत्व होते हैं जो शुगर को तेजी से कंट्रोल करते हैं। बीजों को अच्छे से धोकर सुखा लें, फिर इनका छिलका हटाकर पाउडर बना लें। सुबह खाली पेट एक चम्मच चूर्ण को गुनगुने पानी के साथ लें। यह तरीका शुगर कंट्रोल में रामबाण साबित हो सकता है।
इन चूर्णों के सेवन का तरीका
इन सभी चूर्णों को आप एक-एक चम्मच सुबह खाली पेट गर्म पानी के साथ लें। चाहें तो दो-तीन चूर्णों को मिलाकर भी ले सकते हैं, लेकिन किसी भी चूर्ण का नियमित सेवन जरूरी है। इन्हें खाने से पहले डॉक्टर या आयुर्वेदाचार्य से सलाह जरूर लें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।