आज की तेज रफ्तार जिंदगी में तनाव, थकान और अनहेल्दी आदतें हमारी फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर सीधा असर डालती हैं। ऐसे में एक संतुलित और पोषण से भरपूर डाइट अपनाना बेहद जरूरी हो जाता है। प्राकृतिक फलों में कई ऐसे विकल्प मौजूद हैं जो स्वाद के साथ-साथ सेहत को भी दुरुस्त रखने में मदद करते हैं। उन्हीं में से एक है शरीफा, जिसे कस्टर्ड एप्पल, सीताफल या चेरिमोया के नाम से भी जाना जाता है। ये फल सर्दियों में आसानी से बाजार में मिल जाता है और पोषण के मामले में किसी सुपरफूड से कम नहीं।
इसमें आयरन, फाइबर, विटामिन A, विटामिन C, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। शरीफा न सिर्फ इम्यूनिटी को बढ़ाता है, बल्कि हड्डियों से लेकर फेफड़ों और आंखों की सेहत तक का ध्यान रखता है। आइए जानते हैं शरीफा के गजब के फायदों के बारे में।
शरीफा में मौजूद ल्यूटिन नामक एंटीऑक्सीडेंट आंखों को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाता है। ये आंखों की रोशनी बनाए रखने में मदद करता है और उम्र के साथ होने वाले आंखों के रोगों से भी बचाव करता है।
शरीफा विटामिन C का बेहतरीन स्रोत है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। ठंड के मौसम में वायरल इंफेक्शन और सामान्य सर्दी-खांसी से बचने में ये कारगर साबित हो सकता है।
इसमें मौजूद पोटैशियम, कैल्शियम और आयरन हड्डियों को मजबूती देते हैं। यह मांसपेशियों में होने वाले दर्द और ऐंठन को भी कम करने में मदद करता है, जिससे खासकर सर्दियों में बुजुर्गों को राहत मिल सकती है।
शरीफा के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण फेफड़ों में सूजन या एलर्जी को कम करते हैं। अस्थमा या सांस संबंधी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए इसका सेवन खास फायदेमंद हो सकता है।
शरीफा में भरपूर फाइबर पाया जाता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है। इससे कब्ज, गैस और डायरिया जैसी समस्याओं से राहत मिलती है, और पेट लंबे समय तक हल्का महसूस होता है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के कारण शरीफा ब्लड शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद करता है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी एक सुरक्षित और स्वादिष्ट विकल्प है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।