फलों के सेवन से हमें कई पोषक तत्व मिलते हैं। यह सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इन्हीं फलों में एक सीताफल है। इसमें सेहत का खजाना छिपा है। इसमें फाइबर, विटामिन-C, आयरन, मैग्नीशियम, पोटैशियम आदि जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इस फल की खासियत यह है कि इसकी पत्तियां भी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। आयुर्वेद में इस फल की पत्तियों के बारे में विस्तार से चर्चा की गई है। सीताफल बाहर से बहुत कठोर दिखता है। लेकिन अंदर पूरी तरह से मुलायम रहता है। इसकी पत्तियों की चाय बना सकते हैं।
सीताफल की पत्तियां फाइबर से भरपूर होती हैं। डायबिटीज के मरीज अपना हाई ब्लड शुगर को कंट्रोल करने के लिए पत्तियों का सेवन कर सकते हैँ। इसके सेवन से पेट संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। सीताफल की पत्तियों का सेवन करने से स्टैमिना बढ़ाने में मदद मिलती है।
सीताफल की पत्तियों से दिल रहेगा चकाचक
सीताफल के पत्तों में पोटैशियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे हृदय की मांसपेशियों को आराम मिलता है। ऐसे में स्ट्रोक और हृदय रोग के जोखिम को रोकने में मदद मिलती है। इसकी हर्बल टी पीने से बॉडी कूल रहती है। हेल्थ से जुड़े जानकारों का कहना है कि पत्तों को आधा कप पानी में उबालकर रोज सुबह पीने से मेटाबॉलिज्म रेट और एनर्जी लेवल बूस्ट होता है। इसे पीने से शरीर में एनर्जी बनी रहती है। साथ ही ये ड्रिंक शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। इसकी पत्तियां पाचन को दुरुस्त रखती हैं। जिससे गैस और एसिडिटी की समस्या नहीं होती है। इसके साथ ही इसमें टैनिन नाम का एंजाइम भी होता है, जो लूज मोशन को कंट्रोल करता है। सीताफल की पत्तियो का जूस पेट के लिए फायदेमंद होता है।
सीताफल की पत्ते त्वचा के लिए फायदेमंद
सीताफल के पत्तों का उपयोग त्वचा की कई समस्याओं के लिए किया जाता है। इसमें विटामिन C और एंटीऑक्सीडेंट्स होता है। इससे स्किन हेल्दी रहती है और पूरी त्वचा चमकती रहती है। इसके पत्तों में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुहांसों, दाद और अन्य समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। इसके पत्तों का पेस्ट बनाकर लगाने से त्वचा की गंदगी साफ होती है और त्वचा मुलायम और कोमल हो जाती है।
सीताफल के पत्तों से कैंसर का जोखिम होगा कम
एक स्टडी में कहा गया है कि सीताफल की पत्तियों में कैंसर को रोकने की क्षमता हो सकती है। सीताफल के पत्तों में पाए जाने वाले फाइटोकेमिकल्स एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकते हैं। इसमें पाए जाने वाले विटामिन C और विटामिन A कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद करते हैं। सीताफल के पत्ते शरीर की डिटॉक्सिफाइंग क्षमता को बढ़ाते हैं जो कैंसरकारी तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करती है।
शुगर के मरीजों के लिए सीताफल है रामबाण
शरीफा यानी सीताफल के पत्तों एंटी-डायबेटिक गुण पाया जाता है। यह सीधे पैंक्रियाज पर असर करता है। बता दें कि पैंक्रियाज से इंसुलिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है। यह हार्मोन जब रिलीज होता है तो खून में गए ग्लूकोज को अवशोषित कर लेता है। सीधे शब्दों में कहे तो इंसुलिन ही ग्लूकोज को पचाकर इसे एनर्जी में बदल देता है। शरीफा का पत्ता प्लाज्मा इंसुलिन के लेवल को बढ़ा देता है। जिससे ज्यादा देर तक इंसुलिन खून में बना रहता है। इस तरह अगर शरीफे के पत्ते को सुबह-सुबह चबाया जाए तो दिन भर इंसुलिन की मात्रा बनी रहेगी। जिससे खून में ब्लड शुगर का लेवल नहीं बढ़ेगा।
सीताफल से मोटापा होगा दूर
सीताफल फाइबर से भरपूर होता है। वजन घटाने वाले लोगों के लिए ये अच्छा फल है। इसमें कैलोरी काफी होती है लेकिन फाइबर अधिक होने की वजह से इससे पेट काफी देर तक भरा रहता है। ऐसे में आप ज्यादा खाने से बचते हैं।
सीताफल में विटामिस C भी पाया जाता है। जिससे इम्यूनिटी मजबूत करने में मदद मिलती है। सर्दियों में या फिर बदलते मौसम में सीताफल खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। आपको डाइट में सीताफल जरूर शामिल करना चाहिए।
डिस्क्लेमर – यहां दी गई जानकारी सामान्य जानकारी पर आधारित है। अधिक जानकारी के लिए एक्पर्ट्स से जरूर सलाह लें।