बढ़ती गर्मी में किडनी से जुड़ी परेशानियां भी तेजी से बढ़ने लगती हैं। पसीने के साथ शरीर का पानी तेजी से निकलता है और हम अक्सर पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीते। इसी वजह से शरीर में डिहाइड्रेशन की समस्या होती है, जिससे खनिज और लवण जमने लगते हैं और किडनी स्टोन बनने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। खास बात ये है कि गर्मियों में पेशाब कम आना, बार-बार दर्द उठना और कमर या पेट के निचले हिस्से में जलन जैसी दिक्कतें इसकी शुरुआती चेतावनी हो सकती हैं। अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो ये छोटी सी दिखने वाली परेशानी गंभीर रूप ले सकती है।
गर्मियों में कुछ जरूरी आदतों को अपनाकर और थोड़ी सी सावधानी बरतकर किडनी स्टोन से बचा जा सकता है। इसके लिए जरूरी नहीं कि आप बहुत बड़ी दवाइयों का सहारा लें, बल्कि कुछ घरेलू उपाय और हेल्दी रुटीन अपनाकर भी राहत पाई जा सकती है
पेशाब के जरिए भी निकलता है
किडनी स्टोन की स्थिति हर व्यक्ति में अलग हो सकती है। कुछ मामलों में ये छोटा स्टोन अपने आप यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है, लेकिन जब स्टोन बड़ा हो या ब्लॉकेज पैदा करे, तो सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। समय पर पहचान और इलाज जरूरी है।
यूरिन कंसंट्रेशन और क्रिस्टल बनने की प्रक्रिया
गर्मियों में पानी की कमी के कारण पेशाब ज्यादा गाढ़ा हो जाता है। इससे यूरिन में मौजूद मिनरल्स जैसे कैल्शियम, ऑक्सलेट और यूरिक एसिड क्रिस्टल का रूप ले लेते हैं और धीरे-धीरे स्टोन बनने लगते हैं। ये विशेष रूप से उन लोगों के लिए खतरनाक है जो कम पानी पीते हैं।
डॉक्टर्स के अनुसार, किडनी स्टोन से बचने के लिए कुछ बेहद सरल आदतें अपनाई जा सकती हैं:
पर्याप्त पानी पिएं: रोजाना 2.5 से 3 लीटर पानी ज़रूर पिएं। अगर आप बाहर काम करते हैं या पसीना ज्यादा निकलता है, तो यह मात्रा 3 से 4 लीटर होनी चाहिए।
नमक और ऑक्सलेट वाले फूड्स कम खाएं: ज्यादा नमक, ड्राई फ्रूट्स या ऑक्सलेट-रिच फूड्स जैसे पालक, चॉकलेट आदि सीमित मात्रा में लें।
हेल्दी डाइट फॉलो करें: संतुलित भोजन लें जिसमें विटामिन और मिनरल्स की पर्याप्त मात्रा हो।
नियमित व्यायाम करें: शारीरिक गतिविधि से मेटाबॉलिज्म बेहतर रहता है और शरीर में जमा विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं।
यूरोलॉजिस्ट से संपर्क बनाए रखें: यदि पहले से किडनी स्टोन की समस्या है तो समय-समय पर जांच कराते रहें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।