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Diabetes: यह खास शुगर है डायबिटीज की सबसे बड़ी दुश्मन, सेवन करते ही ब्लड शुगर होगा डाउन, दवाओं की होगी छुट्टी

Diabetes Treatment: नॉर्मल चीनी के मुकाबले कोकोनट शुगर काफी फायदेमंद मानी गई है। इसके सेवन से सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं खत्म हो सकती हैं। इसे सफेद चीनी के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। कोकोनट शुगर अनरिफाइंड होती है। इसमें फैट की मात्रा भी बेहद कम होती है। यह डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी दवा से कम नहीं है

अपडेटेड Mar 25, 2025 पर 7:20 AM
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Diabetes Treatment: नारियल के पेड़ में जो फूल निकलते हैं, उनके रस से तैयार होने वाले शुगर को कोकोनट शुगर कहते हैं।

देश में डायबिटीज के मरीजों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। उनके सामने सबसे बड़ी समस्या खाने-पीने की रहती है। शुगर यानी चीनी से तो उन्हें हमेशा दूरी बनानी होती है। लेकिन एक ऐसी शुगर है, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। दरअसल, डायबिटीज से पीड़ित मरीजों के लिए कोकोनट शुगर (Coconut Sugar) काफी फायदेमंद मानी गई है। यह नॉर्मल शुगर के मुकाबले काफी अलग है। आज कल कोकोनट शुगर का इस्तेमाल भी काफी बढ़ गया है। इसे कोकोनट पाम शुगर के नाम से भी जाना जाता है।

यह कई मिनिरल्स से भरपूर यह नेचुरल स्‍वीटनर सेहत के लिए काफी फायदेमंद (Coconut sugar Benefits) होता है। रिफाइंड शुगर को रासायनिक पदार्थों का इस्तेमाल कर गन्ने के रस से बनाया जाता है। जबकि कोकोनट शुगर अनरिफाइंड होती है। इसे सफेद चीनी के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप रोजाना सफेद चीनी के मुकाबले कोकोनट शुगर का सेवन करते हैं तो काफी फायदे मिलते हैं।

जानिए क्या है कोकोनट शुगर


नारियल के पेड़ में जो फूल होते हैं। उनके रस से तैयार होने वाले शुगर को कोकोनट शुगर कहते हैं। इसे बनाने के लिए नारियल के फूल के एक सिरे को काटकर उसके रस को स्टोर कर लेते हैं। एक बर्तन में रखकर इस रस को कम आंच पर पकाया जाता है। जब यह सूख जाए तब इसमें जो बचता है। उसे ही कोकोनट शुगर की तरह इस्तेमाल किया जाता है। इसमें फैट की मात्रा भी बेहद कम होती है। इसमें मौजूद न्यूट्रिशन की बात करें तो यह आयरन, जिंक, कैल्शियम, पैटोशियम, कैलोरी, शुगर, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट्स आदि मौजूद होते हैं। यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।

कोकोनट शुगर से डायबिटीज रहेगी दूर

कोकोनट शुगर की थोड़ी मात्रा में इंसुलिन और सॉल्युबर फाइबर पाया जाता है। जिसकी मदद से शुगर स्‍पाइक की समस्‍या दूर हो सकती है। कोकोनट शुगर के इस्तेमाल से ब्‍लड शुगर को कंट्रोल कर सकते हैं। इसके सेवन से हाइपोग्‍लाइसेमिया, चक्‍कर आना, पसीना आना जैसी समस्या भी कंट्रोल कर सकते हैं। अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो सफेद चीनी की जगह कोकोनट शुगर को भी डाइट में शामिल कर सकते हैं।

वजन कम करने में मददगार है कोकोनट शुगर

कोकोनट शुगर को अगर आप अपनी डाइट में शामिल करते हैं, तो वजन कम करने में मदद मिलती है। नॉर्मल चीनी के मुकाबले कोकोनट शुगर का सेवन बेहतर माना जाता है।

जानिए नॉर्मल चीनी और कोकोनट शुगर में अंतर

नॉर्मल चीनी में फ्रुक्टोज की मात्रा अधिक होती है। इससे कोई पोषण नहीं होता है। कोकोनट शुगर में आयरन, जिंक, पोटैशियम, कैल्शियम होता है। इसके अलावा इसमें पॉलीफेनॉल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे फैटी एसिड्स और फाइबर भी होते हैं। यह पूरी तरह ऑर्गेनिक है। यानी इसे बनाने में किसी भी केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसमें 16 तरह के अमीनो एसिड्स भी पाए जाते हैं। कोकोनट शुगर में कुछ एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हमारे शरीर के ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कंट्रोल में रखते हैं।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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