पहाड़ी नीम का नाम सुनते ही बहुत से लोग दूर भागते हैं। नीम एक ऐसा पौधा जो काफी कड़वा होता है। लेकिन यह सेहत के मामले में किसी मेडिकल स्टोर से कम नहीं है। नीम की पत्तियां, टहनियां, जड़ तना सब कुछ फायदेमंद माना गया है। इसका स्वाद बहुत कड़वा होता है। लेकिन यह बीमारियों की छुट्टी कर देता है। डायबिटीज, स्किन, लिवर जैसी बीमारियों को जड़ से खत्म कर सकता है। उत्तराखंड के पहाड़ों में स नीम की काफी डिमांड है। आयुर्वेद में भी नीम का काफी जिक्र किया गया है। यह सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं।
दरअसल, पहाड़ी नीम को तिमूर का पौधा के नाम से भी जाना जाता है। इसका प्रयोग कई तरह की छोटी बड़ी बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है। इसका प्रयोग दांतों को मजबूत बनाने से लेकर ब्लड प्रेशर और शुगर की बीमारियों में भी औषधि के तौर पर किया जाता है। यह लिवर के लिए भी फायदेमंद है।
पहाड़ी नीम से ब्लड शुगर रहता है कंट्रोल
नीम की पत्तियों को डायबिटीज की दवा के रूप में देखा जाता है। इसे आयुर्वेद की बेहतरीन औषधि माना गया है। जिसमें एंटी-हाइपरग्लाइसेमिक गुण पाए जाते हैं। इसका मतलब, ये ब्लड शुगर को हाई होने से रोकता है। नीम की पत्तियां इंसुलिन पैदा करने वाली सेल्स को फिर से ठीक करती है। डायबिटीज के रोगी हर दिन नीम की पत्तियों का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए वे सुबह के समय खाली पेट 3-4 ताजी पत्तियां लें और उसे पानी से धो लें। इसे दांतों के बीच में रखें और अच्छी तरह चबाकर खाएं। आप इनका रस निकालकर भी सेवन कर सकते हैं। अगर आप डायबिटीज की दवा ले रहे हैं तो इसका सेवन करने से पहले एक बार आयुर्वेद एक्सपर्ट या डॉक्टर के साथ बातचीत जरूर कर लें।
नीम की पत्तियों का ज्यादा सेवन न करें
हेल्थ से जुड़े जानकारों का कहना है कि कई लोग एक बार में ज्यादा नीम की पत्तियों का सेवन करते हैं। यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। अगर किसी तरह की कोई बीमारी है तो डॉक्टर की सलाह के बिना नीम की पत्तियों का सेवन नहीं करना चाहिए।
2 - मुंह का स्वास्थ्य सुधरता है।
3 - लिवर और किडनी से कचरा निकल जाता है।
4 – त्वचा में निखार आता है।
5 - घाव और छाले ठीक होते हैं।