डायबिटीज के मरीजों को अपने खानपान पर सबसे ज्यादा ध्यान देने की जरूरत रहती है। यानी कि सुबह के नाश्ता, दोपहर का खाना और रात में डिनर में वो क्या खाएं और एक दिन में कितनी बार भोजन करें। भोजन करते समय कितने घंटे का गैप होना चाहिए। इन सब पर खासतौर से ध्यान देने की जरूरत रहती है। थोड़ी सी भी लापरवाही सेहत के लिए हानिकारक साबिह हो सकती है। दरअसल, ब्लड शुगर लेवल आपके खानपान पर सबसे ज्यादा निर्भर करता है। अगर आपने खाने-पीने में थोड़ी सी भी कोताही बरती तो वो आपके शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकते हैं।
डायबिटीज से पीड़ित मरीज सब कुछ नहीं खा सकते हैं। इस बीमारी से पीड़ित लोगों को खाते समय कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है। वैसे ही देश में डायबिटीज से पीड़ित मरीजों की संख्या दिनों दिन तेजी से बढ़ रही है। साल 2019 में करीब 7 करोड़ डायबिटीज से पीड़ित मरीज थे। मौजूदा समय में इसकी संख्या बढ़कर 10 करोड़ के पार हो गई है।
डायबिटीज के मरीज भोजन में कितने घंटे का रखें गैप
डायबिटीज के मरीजों के लिए सही तरीक़ा है कि हर दो घंटे के गैप पर कुछ हल्का-फुल्का खाते रहना चाहिए। लेकिन आप अगर किसी वजह से इस नियम का पालन नहीं कर पाते हैं तो कोशिश करें कि रोजाना कम से कम चार बार (सुबह-शाम का नाश्ता और दोपहर-रात का भोजन) जरूर करें। डायबिटीज मरीजों को अपने खानपान में हेल्दी चीजें शामिल करनी चाहिए। जिससे अचानक से ब्लड का शुगर लेवल हाई न हो। जो लोग इंसुलिन या ब्लड में शुगर को बैलेंस करने के लिए दवाई का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें अपने खानपान को लेकर ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत रहती है। खाने में ढेर सारी सब्जियां, फल और लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट खाने चाहिए।
वहीं अगर आप दिन में कई बार खाते हैं, तो आपको खाने की मात्रा का ध्यान रखना चाहिए। एक ही बार में ज्यादा खाने के बजाय कम खाएं। इसके लिए बड़ी प्लेट की जगह छोटी प्लेट का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही कोशिश करें कि रोजाना एक ही समय पर खाएं। इससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है।
डिस्क्लेमर - यहां बताए गए उपाय सिर्फ सामान्य ज्ञान पर आधारित हैं। इसके लिए आप किसी हेल्थकेयर प्रोफेशनल से सलाह लेने के बाद ही अपनाएं।