आजकल की लाइफस्टाइल में अनहेल्दी डाइट, तनाव और कम पानी पीने की आदत के कारण कब्ज की समस्या आम होती जा रही है। कभी-कभार कब्ज होना सामान्य है, लेकिन जब ये परेशानी बार-बार या लगातार बनी रहे तो यह गंभीर रूप ले सकती है। लंबे समय तक कब्ज रहने से शरीर में टॉक्सिन जमा होने लगते हैं, जिससे पाचन तंत्र कमजोर होता है और पाइल्स, आंतों की सूजन, कोलन इंफेक्शन जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। यहां तक कि कोलन कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए कब्ज को नजरअंदाज करना शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
अच्छी बात ये है कि कुछ नेचुरल और आसान उपायों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। खासतौर पर कुछ विशेष बीज ऐसे हैं, जो पेट को अंदर से साफ कर कब्ज से राहत दिलाने में बेहद असरदार माने जाते हैं। आइए जानें ऐसे ही फायदेमंद बीजों के बारे में।
कब्ज का इलाज छिपा है आपकी रसोई में
एक्सपर्ट बताते हैं कि कब्ज से छुटकारा पाने के लिए 3 ऐसे बीज बेहद असरदार हैं जो पेट को ब्रश की तरह साफ कर सकते हैं और आपके डाइजेशन को दुरुस्त कर सकते हैं। इनका नियमित सेवन पाचन को मजबूत बनाता है, टॉक्सिन बाहर निकालता है और मल त्याग को आसान करता है।
अलसी के बीज यानी फ्लैक्स सीड्स में ओमेगा-3, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं। ये बीज कब्ज को जड़ से खत्म करने का काम करते हैं। इनमें मौजूद सोल्युबल और इनसोल्यूबल फाइबर मल को नरम बनाकर आंतों की गति तेज करते हैं। इन्हें कच्चा नहीं खाना चाहिए। इन्हें पीसकर पाउडर बना लें और रोजाना 1-2 चम्मच दही, स्मूदी या जूस के साथ लें।
सब्जा सीड्स यानि तुलसी के बीज भी कब्ज में बेहद असरदार माने जाते हैं। ये फाइबर से भरपूर होते हैं और पानी में भिगोने पर जेल जैसा रूप ले लेते हैं जिससे पेट साफ होता है। ये बीज न सिर्फ मल को नरम करते हैं बल्कि आंतों की सफाई और डिटॉक्स में भी मदद करते हैं। आधा चम्मच सब्जा बीज को 10-15 मिनट पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट पिएं।
चिया सीड्स को अगर पानी में भिगोया जाए तो ये जेल बन जाते हैं। इन बीजों में मौजूद सॉल्युबल फाइबर आंतों में मौजूद गुड बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं और मल त्याग को सुगम बनाते हैं। इन्हें रातभर भिगोकर सुबह बादाम दूध या योगर्ट के साथ खाएं। चाहें तो ऊपर से बेरीज मिलाकर इसका स्वाद और फायदे दोनों बढ़ा सकते हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।