डायबिटीज से जूझ रहे लोगों के लिए सही खानपान बहुत जरूरी होता है, क्योंकि जरा-सी लापरवाही ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकती है। ऐसे में मखाना एक ऐसा हेल्दी ऑप्शन बनकर सामने आता है, जो स्वाद और सेहत दोनों का ख्याल रखता है। मखाने का ग्लाइसेमिक इंडेक्स काफी कम होता है, यानी इसे खाने के बाद ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ता। यही वजह है कि डायबिटीज के मरीज भी इसे सुरक्षित रूप से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इसके अलावा मखाना फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है, जो शरीर को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं।
चाहे ब्लड प्रेशर कंट्रोल करना हो, तनाव कम करना हो या स्किन को हेल्दी रखना हो – मखाना हर लिहाज से फायदेमंद है। चलिए जानते हैं कि डायबिटीज में मखाना क्यों और कैसे मददगार साबित होता है।
मखाने में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है जो न सिर्फ पाचन में मदद करता है बल्कि ब्लड शुगर को स्टेबल रखने में भी सहायक होता है। ये पेट को लंबे समय तक भरा रखता है जिससे बार-बार भूख नहीं लगती।
मखाना कैल्शियम का अच्छा स्रोत है जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। डायबिटीज के मरीजों को अकसर हड्डियों से जुड़ी समस्याएं होती हैं, ऐसे में मखाना सहायक बन सकता है।
मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे मिनरल्स मखाने में मौजूद होते हैं, जो शरीर को रिलैक्स करने और नींद को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। ये मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
ब्लड प्रेशर रहता है नियंत्रित
डायबिटीज के साथ हाई ब्लड प्रेशर की समस्या आम है। मखाने में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं।
मखाना एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है जो स्किन को डिटॉक्स करता है, झुर्रियां कम करता है और चमक बनाए रखने में सहायक होता है। डायबिटिक स्किन प्रॉब्लम्स में ये काफी उपयोगी हो सकता है।
मखाने को भूनकर हल्का नमक या काली मिर्च डालकर खा सकते हैं। स्नैक्स के तौर पर यह एक हेल्दी और स्वादिष्ट विकल्प है, जो डायबिटीज में भी सुरक्षित है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।