आज की तेज रफ्तार जिंदगी में सेहत अक्सर पीछे छूट जाती है, और इसका सबसे बड़ा असर हमारे दिल पर पड़ता है। तनावऔर गलत खानपान के कारण हृदय रोगों का खतरा लगातार बढ़ रहा है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि कुछ आसान बदलाव अपनाकर हम अपने दिल को मजबूत और स्वस्थ बना सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर हम रोज़ाना व्यायाम करें, संतुलित आहार लें और तनाव से दूर रहें, तो दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है। खासतौर पर, शक्कर, सफेद चावल, मैदा और आलू जैसी चीजों का ज्यादा सेवन करने से बचना चाहिए।
इसके अलावा, कृत्रिम मिठास से दूरी बनाना भी फायदेमंद रहेगा। छोटी-छोटी अच्छी आदतें न केवल आपके दिल को सेहतमंद रखेंगी, बल्कि आपको लंबा और खुशहाल जीवन भी देंगी। तो आज से ही अपने दिल का ख्याल रखना शुरू करें!
तनाव शराब से भी ज्यादा खतरनाक
अक्सर लोग शराब को दिल की बीमारियों की बड़ी वजह मानते हैं, लेकिन विशेषज्ञों के अनुसार, ज्यादा तनाव शराब से भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। उन्होंने बताया कि सीमित मात्रा में शराब उतनी हानिकारक नहीं होती है। खुश और तनावमुक्त रहने से दिल भी स्वस्थ रहता है और जीवन लंबा हो सकता है।
दिल के लिए एक्सरसाइज जरूरी
शारीरिक गतिविधि की कमी भी दिल की बीमारियों की एक बड़ी वजह हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, एक स्वस्थ दिल के लिए हफ्ते में कम से कम 4-5 दिन नियमित व्यायाम करना जरूरी है। उन्होंने सुझाव दिया कि रोज अपने वजन पर ध्यान देना चाहिए, ताकि बढ़ते वजन को समय रहते नियंत्रित किया जा सके।
विशेषज्ञों ने आहार में कुछ बदलाव करने की सलाह दी और चार सफेद चीजों का सेवन कम करने को कहा:
हालांकि, इन चीजों को पूरी तरह छोड़ने की जरूरत नहीं है, लेकिन इनका संतुलित सेवन जरूरी है।
शक्कर और कृत्रिम मिठास से बचें
कई लोग अपनी चाय, कॉफी और अन्य खाने-पीने की चीजों में अधिक शक्कर का इस्तेमाल करते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि शक्कर की मात्रा एक चम्मच तक सीमित रखें। इसके अलावा, कृत्रिम मिठास से भी बचना चाहिए। लोग अक्सर शक्कर छोड़ने के लिए आर्टिफिशियल स्वीटनर का इस्तेमाल करने लगते हैं, लेकिन यह भी नुकसानदेह हो सकता है। प्राकृतिक रूप से मीठे फल और शहद जैसी चीजों का संतुलित उपयोग एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।