आजकल बदलती जीवनशैली, असंतुलित खानपान और तनाव भरे माहौल के चलते हाई यूरिक एसिड यानी हाइपरयूरिसीमिया एक सामान्य लेकिन चिंताजनक समस्या बनती जा रही है। ये स्थिति तब पैदा होती है जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा सामान्य से अधिक हो जाती है और वो रक्त में जमा होने लगता है। शुरूआत में इसके कोई विशेष लक्षण नहीं दिखाई देते, लेकिन जब तक ये पकड़ में आता है, तब तक ये गंभीर रूप ले चुका होता है। यदि इसे समय रहते नियंत्रित न किया जाए तो ये किडनी की कार्यक्षमता पर असर डाल सकता है और हार्ट अटैक जैसी जानलेवा समस्या का कारण भी बन सकता है।
शोध बताते हैं कि जिन लोगों में पारंपरिक हार्ट डिजीज के रिस्क फैक्टर नहीं होते, उनमें भी यदि यूरिक एसिड का स्तर अधिक हो तो हार्ट प्रॉब्लम्स का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए समय रहते जागरूकता और सही उपाय अपनाना बेहद जरूरी है।
रेड मीट, लीवर, बेकन, सार्डिन्स और एंकोवी जैसे सीफूड में प्यूरीन की मात्रा अधिक होती है, जो यूरिक एसिड का स्तर बढ़ाते हैं। इनका सेवन सप्ताह में सिर्फ एक या दो बार करें और मात्रा का विशेष ध्यान रखें।
डॉक्टरों के मुताबिक शराब की कोई "सेफ" मात्रा नहीं होती। खासकर बीयर यूरिक एसिड बढ़ाने के लिए जानी जाती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप शराब से पूरी तरह दूरी बना लें, खासकर अगर आप पहले से रेगुलर ड्रिंकर नहीं हैं।
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना यूरिक एसिड को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। रोजाना कम से कम 8 गिलास पानी पीना चाहिए। पानी में नींबू, खीरा या अदरक मिलाकर डिटॉक्स वॉटर बनाना भी अच्छा विकल्प है।
मोटापा यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाता है और दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है। संतुलित डाइट और नियमित एक्सरसाइज से वजन नियंत्रित कर यूरिक एसिड को भी कंट्रोल किया जा सकता है।
कम वसा वाले दूध, दही और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद यूरिक एसिड को कम करने में सहायक माने जाते हैं। इन्हें अपने डेली डाइट में शामिल करें। घर पर बना लो-फैट डेयरी उपयोग में लें ताकि फैट कंट्रोल में रहे।
सॉफ्ट ड्रिंक्स और प्रोसेस्ड फूड्स में मौजूद फ्रुक्टोज यूरिक एसिड को बढ़ाता है। इसलिए मीठे ड्रिंक्स, मिठाइयां और प्रोसेस्ड स्नैक्स से दूरी बनाएं। इससे वजन भी कंट्रोल में रहेगा।
2015 की एक स्टडी के अनुसार जो पुरुष रोजाना 4 से 6 कप कॉफी पीते हैं, उनमें गाउट (गठिया) होने का खतरा 40% से 59% तक कम पाया गया। कॉफी का सीमित और संतुलित सेवन यूरिक एसिड कंट्रोल में मदद कर सकता है।
अगर लाइफस्टाइल में बदलाव के बाद भी यूरिक एसिड कंट्रोल में न आए, तो डॉक्टर से परामर्श लें। कुछ दवाएं यूरिक एसिड का प्रोडक्शन घटाने या उसे बाहर निकालने में मदद कर सकती हैं। रेगुलर हेल्थ चेकअप करवाएं।
ऊपर दिए गए सभी उपाय अपनाकर आप यूरिक एसिड को नियंत्रित रख सकते हैं और हार्ट हेल्थ को भी बेहतर बना सकते हैं।
यूरिक एसिड को कंट्रोल में रखने के लिए ऐसी डाइट अपनाएं जिसमें प्यूरीन की मात्रा कम हो और एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स अधिक हों। हरी सब्जियां, गाजर, चेरी, नींबू जैसे फल, साबुत अनाज और लो-फैट डेयरी को शामिल करें। रेड मीट, अंगों का मांस, कुछ सीफूड्स, शराब और मीठे ड्रिंक्स से दूरी बनाएं।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।