गुड़ को भारतीय रसोई में हमेशा से ही सेहत का खजाना माना गया है। सर्दियों में इसका खूब इस्तेमाल होता है—कभी चाय में, कभी तिल-गुड़ की मिठाइयों में, तो कभी सादी थाली में स्वाद बढ़ाने के लिए। पर जैसे ही गर्मी का मौसम आता है, लोग गुड़ से दूरी बना लेते हैं, ये सोचकर कि इसकी तासीर गर्म होती है। लेकिन क्या वाकई गर्मियों में गुड़ खाना नुकसानदेह होता है? असल में, गुड़ को अगर सही मात्रा और सही समय पर खाया जाए, तो ये गर्मियों में भी कई फायदे पहुंचा सकता है।
इसमें मौजूद आयरन, पोटैशियम और एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर को अंदर से ऊर्जा देते हैं, पाचन सुधारते हैं और हीट स्ट्रोक से भी बचा सकते हैं। जरूरी है बस सही तरीका अपनाना। आइए जानते हैं कि गर्मी के मौसम में गुड़ कैसे खाएं ताकि सेहत को लाभ मिले और शरीर भी ठंडा बना रहे।
गुड़ में आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो शरीर में खून की कमी को दूर करने और एनीमिया से बचाने में मदद करता है। इसके अलावा ये पाचन शक्ति को सुधारता है और मेटाबॉलिज्म को भी तेज करता है। गर्मियों में अक्सर अपच, भारीपन और थकान जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं, ऐसे में थोड़ी मात्रा में गुड़ का सेवन शरीर को राहत पहुंचा सकता है।
गर्मियों में गुड़ खाने का सही तरीका
गर्मियों में गुड़ को सही तरीके से और सीमित मात्रा में लेना जरूरी है। सबसे बेहतर तरीका है कि आप इसे दोपहर के भोजन के बाद एक छोटे टुकड़े के रूप में लें। दूसरा तरीका है – रात को सोने से पहले गर्म दूध के साथ थोड़ा सा गुड़ लेना। इससे न केवल मेटाबॉलिज्म सुधरता है, बल्कि नींद की गुणवत्ता भी बेहतर होती है।
गर्मियों में गुड़ से बना ठंडा शरबत भी एक बेहतरीन विकल्प है। ये न केवल पेट को ठंडक देता है, बल्कि पाचन प्रक्रिया को भी मजबूत करता है। साथ ही ये शरीर को एनर्जी देता है और लू या डिहाइड्रेशन जैसी समस्याओं से बचाव करता है। गुड़ का शरबत मूत्रवर्धक की तरह भी काम करता है, जिससे पेशाब संबंधी परेशानियों में राहत मिलती है।
लंच के बाद गुड़ खाने के फायदे
दोपहर के भोजन के बाद थोड़ा सा गुड़ खाना पेट की ब्लोटिंग यानी फुलाव को कम करता है। ये गैस और एसिडिटी की समस्या से बचाता है और शरीर को तत्काल ऊर्जा भी प्रदान करता है। लेकिन ध्यान रखें, इसकी मात्रा बहुत कम होनी चाहिए ताकि ये शरीर को नुकसान न पहुंचाए।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।