गर्मियों में बाजार में जामुन की बहार देखने को मिलती है। नीला-काला दिखने वाला ये फल सिर्फ स्वाद में ही नहीं, सेहत के लिहाज से भी किसी खजाने से कम नहीं है। खासकर बारिश के मौसम में जब पेट की गड़बड़ियां बढ़ जाती हैं, तब जामुन का सेवन पेट को दुरुस्त रखने से लेकर इम्यूनिटी बढ़ाने तक में फायदेमंद होता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए तो ये फल किसी वरदान से कम नहीं माना जाता। लेकिन जामुन को खाने के अपने कुछ नियम होते हैं, जिनका ध्यान न रखने पर ये लाभ के बजाय नुकसान भी पहुंचा सकता है।
खासकर कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें जामुन के साथ या तुरंत बाद खाने से पाचन तंत्र बिगड़ सकता है और गैस, एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए अगर आप इस मौसम में जामुन खाने का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं तो इसके सही कॉम्बिनेशन और सही समय की जानकारी जरूर रखें।
जामुन खाने से मिलते हैं ये जबरदस्त फायदे
1.ब्लड शुगर रहेगा कंट्रोल:
जामुन में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर में ब्लड शुगर को नैचुरली कंट्रोल करते हैं। डायबिटीज मरीजों के लिए ये किसी औषधि से कम नहीं।
2. पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त
इसमें मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट पेट को साफ रखते हैं। इससे कब्ज, गैस और अपच जैसी परेशानियां दूर रहती हैं।
जामुन खून साफ करता है, जिससे त्वचा साफ रहती है और पिंपल्स कम होते हैं।
4. इम्यूनिटी को बनाता है मजबूत
इसमें विटामिन C और आयरन अच्छी मात्रा में होता है, जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
5. दांत और मसूड़ों के लिए भी फायदेमंद
जामुन या इसकी गुठली का पाउडर मुंह की बदबू और मसूड़ों की सूजन में लाभकारी होता है।
जामुन के साथ भूलकर भी न खाएं ये चीजें
जामुन और दूध दोनों ठंडी तासीर के होते हैं। एक साथ लेने से पेट में गैस, अपच और जलन हो सकती है।
जामुन खाने के तुरंत बाद पानी न पिएं, इससे पाचन गड़बड़ हो सकता है और दस्त या गैस की दिक्कत हो सकती है।
अचार और जामुन दोनों खट्टे होते हैं। साथ खाने से एसिडिटी और जलन बढ़ सकती है। हल्दी भी इससे रिएक्ट कर सकती है।
जामुन के तुरंत बाद मिठाई खाने से पेट भारी लग सकता है और ब्लोटिंग हो सकती है।
जामुन को खाली पेट न खाएं, वरना पेट में एसिडिटी हो सकती है।
इसे दोपहर या शाम को खाना ज्यादा फायदेमंद होता है।
जामुन खाने के कम से कम 30 मिनट बाद पानी पिएं।
दूध, हल्दी, अचार या मिठाई खाने से पहले या बाद में एक घंटे का अंतर जरूर रखें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।