फैटी लीवर की बीमारी पहले जहां कभी-कभार सुनने को मिलती थी, वहीं अब ये आम बात है। इसके शुरुआती ग्रेड1 और ग्रेड2 के चरण पर तो जल्दी किसी का ध्यान भी नहीं जाता। लोग इसे सामान्य डाइजेशन प्रॉब्लम मानकर घरेलू इलाज कर लेते हैं। इसका खुलासा तब होता है, जब डॉक्टर आपको एलएफटी का टेस्ट कराने के लिए कहते हैं।
आपका लीवर फैटी होना ये बताता है कि आपके शरीर का ये बेहद महत्वपूर्ण अंग लंबे समय से क्या-क्या बरदाश्त कर रहा है, वो भी बिना आपसे कोई शिकायत किये। इस परेशानी को हल्के में लेना आपको गंभीर खतरे की तरफ भी धकेल सकता है। आइये जानते हैं कि ग्रेड1 और ग्रेड2 फैटी लीवर में क्या अंतर है और क्या इसे ठीक या रिवर्स किया जा सकता है। अगर हां, तो इसके लिए लाइफस्टाइल और खानपान में किस तरह के बदलाव करने होंगे।
लीवर सेल्स में ज्यादा फैट जमा होने की स्थिति को फैटी लीवर डिजीज या हेपेटिक स्टेटोसिस कहते हैं। लेकिन फैटी लीवर ग्रेड 1 हमेशा सुरक्षित नहीं होता, और ग्रेड 2 लीवर में सिर्फ फैट बढ़ने का इशारा नहीं है, बल्कि ये उसकी बनावट और कामकाज में बदलाव की शुरुआत का संकेत है।
ग्रेड 1 फैटी लीवर इस बीमारी का हल्का रूप है। आमतौर पर इसका पता हमें ब्लड टेस्ट करने पर अचानक चलता है। लीवर में बहुत दिक्कत नहीं होती है और सूजन आमतौर पर बहुत कम या बिल्कुल नहीं होती। समय रहते इस पर ध्यान देने से इसके ठीक होने की अधिक संभावना रहती है।
ग्रेड 2 फैटी लीवर क्या है
ग्रेड2 फैटी लीवर होने का मतलब है कि आपका जिगर अब आपकी तवज्जो चाहता है। इसमें फैट पहले से ज्यादा हो गयी है और थोड़ी सूजन भी आ चुकी है। इसमें लीवर सेल्स को नुकसान पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है।
ग्रेड1 और ग्रेड2 में ये है बड़ा अंतर
थोड़ी सी सावधानी से पूरी तरह रिवर्स हो सकता है ग्रेड1 फैटी लीवर
खानपान और लाइफस्टाल में मामूली बदलावों से ग्रेड1 फैटी लीवर को पूरी तरह रिवर्स किया जा सकता है। याद रखें इसके लिए बड़े बदलाव करने की जरूरत नहीं है, बस लापरवाही नहीं करना है और रेगुलर रहना है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग : डॉक्टर की देखरेख में इंटरमिटेंट फास्टिंग ग्रेड1 फैटी लीवर में काफी कारगर रहती है।
बिटर फूड को जोड़ें : अपनी डाइट में नियमित मेथी, करेला और हल्दी जैसी चीजों को ऐड करके आप लीवर को राहत दे सकते हैं।
खाने के बाद 15 मिनट की वॉक : रात का खाना खाने के बाद 15 मिनट की वॉक लीवर को जीवनदान दे सकती है। इससे ग्लूकोज लेवल कम होता है और बढ़ती फैट को रोकने में मदद मिलती है।
ग्रेड 2 फैटी लीवर को रिवर्स करना नामुमकिन नहीं
ग्रेड 2 फैटी लिवर को रिवर्स करना नामुमकिन नहीं है। इसमें समय बेशक ज्यादा लग सकता है, लेकिन ये किया जा सकता है।