हर दिन की दौड़-भाग और बदलती जीवनशैली में सेहतमंद रहना एक बड़ी चुनौती बन चुका है। लोग अब आयुर्वेद और देसी नुस्खों की ओर लौट रहे हैं, जहां इलाज से ज्यादा बचाव पर जोर दिया जाता है। ऐसे में अगर आपके घर में ही कुछ ऐसे पौधे हों जो दवा की तरह काम करें, तो कैसा रहेगा? खास बात ये है कि ये पौधे दिखने में बिल्कुल आम लगते हैं, लेकिन इनके फायदे किसी सुपरफूड से कम नहीं। ना इन्हें खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं और ना ही ज्यादा जगह चाहिए होती है।
ये छोटे-छोटे देसी पौधे घर की बालकनी, गमलों या किचन विंडो पर भी आसानी से उगाए जा सकते हैं। ये न सिर्फ आपकी इम्युनिटी को मजबूत करते हैं, बल्कि पाचन से लेकर त्वचा और सर्दी-जुकाम तक कई दिक्कतों में कारगर होते हैं। आइए जानें ऐसे 4 देसी पौधों को इस्तमाल करने के तरीके।
फायदे: तुलसी को आयुर्वेद में सबसे पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। ये इम्युनिटी बढ़ाती है, सर्दी-खांसी में असरदार है और डायबिटीज, हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद करती है।
कैसे खाएं: सुबह खाली पेट इसके पत्तों का काढ़ा पीएं या दो-तीन पत्ते चबा लें। चाहें तो पानी में तुलसी के पत्ते डालकर दिनभर पी सकते हैं।
कैसे लगाएं: तुलसी आसानी से उगती है। इसके बीज हवा या पक्षियों के जरिये फैल जाते हैं और नए पौधे तैयार हो जाते हैं।
फायदे: पारिजात के पत्तों से बना काढ़ा आर्थराइटिस, मलेरिया, डेंगू और स्किन डिजीज में फायदेमंद होता है। इसे नेचुरल पेनकिलर कहा जा सकता है। ये सांस की बीमारियों में भी राहत देता है।
कैसे खाएं: पारिजात के पत्तों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं और धीरे-धीरे पिएं।
कैसे लगाएं: ये पौधा छांव में भी बढ़ता है और इसके फूल शाम को गिरते हैं — जो सुबह पूजा के लिए भी इस्तेमाल होते हैं।
फायदे: मोरिंगा में वो सारे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को चाहिए जैसे आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन A से C तक सब कुछ, खासतौर पर विटामिन B12 की कमी में इसे रामबाण माना जाता है।
कैसे खाएं: मोरिंगा की फली दाल में या सब्जी में डालकर खाएं। इसके ताजे पत्तों से बना पाउडर भी हेल्दी है, लेकिन फ्रेश पत्ते ज्यादा कारगार होते हैं।
कैसे लगाएं: मोरिंगा बहुत तेजी से बढ़ता है। इसे गमले या जमीन में आसानी से लगाया जा सकता है।
फायदे: कड़ी पत्ता सिर्फ तड़के का स्वाद नहीं बढ़ाता, ये बालों को झड़ने और समय से पहले सफेद होने से भी बचाता है। इसके अलावा ये वजन घटाने, कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने और दिमाग की ताकत बढ़ाने में भी मदद करता है।
कैसे खाएं: इसे पराठों में गूंथ सकते हैं, चावल में डाल सकते हैं या चटनी बनाकर खा सकते हैं। ये हर तरह से टेस्टी और हेल्दी होता है।
कैसे लगाएं: कटिंग से उगाना बेहद आसान है। थोड़ी-सी जगह और धूप मिलते ही ये बढ़िया बढ़ता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।