प्लास्टिक सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इसी के साथ प्लास्टिक लंच बॉक्स में खाना रखना भी सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है। आमतौर पर बहुत से लोग अपने ऑफिस या स्कूल में बच्चों के लिए प्लास्टिक के बॉक्स में लंच पैक कर देते हैं। प्लास्टिक के बॉक्स लंच करना सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। दरअसल, प्लास्टिक के लंच बॉक्स में बीपीए नाम का केमिकल होता है। अगर यह पेट में चला गया तो फिर शरीर को नुकसान पहुंचना तय है। इससे सेहत बिगड़ सकती है। प्लास्टिक में मौजूद केमिकल भोजन में मिल जाते हैं। इसके बाद इससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
माइक्रोप्लास्टिक से क्रॉनिक सूजन, हार्ट से जुड़ी समस्याएं, ब्लड शुगर, न्यूरोडीजेनेरेटिव रोग, कैंसर, और स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। प्लास्टिक के लंच बॉक्स में माइक्रोप्लास्टिक होते हैं। यह भोजन में मिलते ही शरीर को नुकसान पहुंचाने लगते हैं। लिहाजा माइक्रोप्लास्टिक से बचने के लिए प्लास्टिक का इस्तेमाल बहुत कम करना चाहिए।
प्लास्टिक लंच बॉक्स से पेट दर्द की समस्याएं
वहीं जब गर्म खाना प्लास्टिक के लंच बॉक्स में भर दिया जाता है तो इससे खाने की क्वालिटी में गिरावट आती है। जब गर्म खाने को प्लास्टिक के लंच बॉक्स में पैक किया जाता है तो तपिश की वजह से प्लास्टिक हीट होता है। फिर यह भोजन में मिल जाता है। इससे बच्चों को पेट में दर्द जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। कहा जाता है कि ये खाना जितना ज्यादा गर्म होगा। इससे हमारे स्वास्थ्य को उतना ही नुकसान होगा। एक्सपर्ट्स का कहना है कि प्लास्टिक में मौजूद बीपिए खाने में मिल जाता है। यह किसी जहर से कम नहीं है।
प्लास्टिक की जगह स्टील का करें इस्तेमाल
ग्लास के लंच बॉक्स का उपयोग
प्लास्टिक की जगह आप ग्लास के लंच बॉक्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सबसे अच्छा विकल्प माना गया है। इस लंच बॉक्स में भोजन लंबे समय तक गर्म बना रहता है।
वहीं प्लास्टिक की जगह स्टील के लंच बॉक्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यह भी बेहतर विकल्प माना गया है। इनमें पैक किया गया भोजन बच्चों की सेहत के लिए सुरक्षित रहता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।