Pomegranate: अनार का हर हिस्सा है सेहत के लिए संजीवनी, 11 बीमारियों में करता है असरदार इलाज
benefits of Pomegranate: अनार के सफेद और लाल दोनों दाने स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं, जिसमें सफेद दाने विशेष रूप से ज्यादा फायदेमंद माने जाते हैं। अनार का फल, फूल, पत्ते, बीज और छाल सभी प्राकृतिक औषधि के रूप में उपयोग किए जाते हैं, जो शरीर को संपूर्ण पोषण और सुरक्षा प्रदान करते हैं
benefits of Pomegranate: अनार के दानों में लगभग 78% नमी पाई जाती है।
अनार एक ऐसा फल है जो स्वाद में तो अच्छा होता ही है, साथ ही सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है। ये फल लाल और सफेद दानों वाला होता है, लेकिन सफेद दाने गुणों में ज्यादा फायदेमंद माने जाते हैं। अनार सिर्फ खाने के लिए नहीं, बल्कि इसका हर भाग – जैसे फल, बीज, पत्ते, फूल और छाल – आयुर्वेदिक इलाज में काम आता है। इसकी लकड़ी को छोड़कर बाकी सारे हिस्से औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। आयुर्वेद में इसे दिल को मजबूत बनाने, खून बढ़ाने और पाचन सुधारने के लिए खासतौर पर उपयोग किया जाता है।
अनार का रस, छिलका, बीज और फूल – सभी का अलग-अलग तरीके से शरीर को फायदा होता है। यह फल न सिर्फ रोजाना की थकान दूर करता है, बल्कि कई बीमारियों से बचाव में भी मदद करता है। आइए, जानते हैं अनार के गुण, फायदे और इसके उपयोग के खास तरीके।
कफ रोगियों के लिए नहीं होता लाभकारी
हालांकि अनार का सेवन अधिकांश लोगों के लिए सुरक्षित और लाभकारी होता है, लेकिन जिन लोगों को कफ से जुड़ी समस्याएं होती हैं, उनके लिए ये फल हानिकारक हो सकता है। कफ वाले लोगों को इसके सेवन से पहले चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए।
कहां होता है सर्वश्रेष्ठ अनार?
अनार की खेती अफगानिस्तान, बलूचिस्तान और ईरान जैसे क्षेत्रों में विशेष रूप से होती है। काबुल और कंधार के अनार को दुनिया में सर्वोत्तम माना जाता है। भारत में जम्मू के ऊधमपुर क्षेत्र को अनारदाना संग्रह का प्रमुख केंद्र माना जाता है।
आयुर्वेद में अनार का महत्त्व
कफ, खांसी और श्वास रोग
अनार के छिलके को पीसकर शहद में मिलाकर सेवन करने से कफ, खांसी और सांस की समस्याओं में आराम मिलता है।
कमजोरी और खून की कमी
कमजोरी महसूस होने पर अनार का रस पीना लाभकारी होता है। ये शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है और खून की कमी को दूर करता है।
जुएं और लीख से राहत
अनार के पेड़ की छाल को पीसकर दही में मिलाकर बालों में लगाने से सिर की जुओं और लीखों से छुटकारा मिलता है।
नाक से खून (नकसीर) रोकना
अनार के फूलों का रस नाक में डालने से नकसीर (नाक से खून बहना) बंद हो जाता है।
पेट के कीड़ों का इलाज
पेट के कीड़े खासकर छोटे बच्चों में आम होते हैं। अनार की छाल को बायबिडंग पाउडर के साथ मिलाकर कुछ दिनों तक 1/4 चम्मच की मात्रा में सेवन करने से ये कीड़े खत्म हो जाते हैं।
मुँह की दुर्गंध और मसूड़ों से खून
अनार के पेड़ की छाल को गर्म पानी में उबालकर उससे कुल्ला करने पर मसूड़ों से खून आना रुकता है और मुँह की बदबू भी दूर होती है।
दस्त और मिचली में लाभकारी
अगर आप दस्त से पीड़ित हैं या बार-बार शौच की समस्या है, तो अनार और बेल का मुरब्बा खाना फायदेमंद रहेगा। अनार का जूस मिचली को भी रोकता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी
गर्भवती महिलाओं में खून की कमी और कमजोरी को दूर करने के लिए नियमित रूप से अनार का रस सेवन करने की सलाह दी जाती है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल करता है
अनार का सेवन उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
याददाश्त के रोगों में उपयोगी
अल्जाइमर जैसी भूलने की बीमारियों से राहत दिलाने में अनार कारगर माना गया है।
कब्ज के रोगियों को सावधानी
जिन्हें कब्ज की पुरानी शिकायत है, उन्हें अनार का सेवन सावधानी से करना चाहिए क्योंकि ये मलरोधक होता है।
पोषण तत्वों से भरपूर
अनार के दानों में लगभग 78% नमी पाई जाती है। इसके अलावा इसमें प्रोटीन, कैल्शियम (10%), मैग्निशियम (12%), फास्फोरस, आयरन, विटामिन C, गंधक, क्लोरीन, और थियामिन भी मौजूद होते हैं। इसके रस में टेनिन जैसे तत्व भी होते हैं, जो शरीर को ताकत देने का काम करते हैं।
बाजार में अनार चूर्ण की मांग
अनार से बना ‘दाडि़म चूर्ण’ बाजार में बेहद लोकप्रिय है। ये विशेष रूप से पाचन संबंधी समस्याओं के लिए प्रयोग किया जाता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।