अक्सर आप भी अचानक हाथों या पैरों में सुई चुभने जैसी झनझनाहट महसूस करते होंगे। कई लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं तो कुछ लोग तुरंत घबरा जाते हैं। दरअसल, ये छोटी सी परेशानी कई बार लाइफस्टाइल और शरीर की कुछ आदतों से जुड़ी होती है। ज्यादा देर तक एक ही पोजिशन में बैठे रहने से, रात को गलत तरीके से सोने से या फिर ब्लड सर्कुलेशन में थोड़ी सी रुकावट आने से हाथ-पैर सुन्न या झनझना जाते हैं। कुछ मामलों में विटामिन की कमी और कमजोरी भी इसकी वजह हो सकती है।
आजकल की भागदौड़ और घंटों कंप्यूटर या मोबाइल पर काम करने से भी नसों पर दबाव बनता है, जिससे यह समस्या बढ़ती है। अच्छी बात ये है कि ये आमतौर पर खतरनाक नहीं होती। बस थोड़ा ध्यान और सही देखभाल से इसे काबू में रखा जा सकता है।
सेंधा नमक वाला गुनगुना पानी
पैरों की झनझनाहट दूर करने के लिए सेंधा नमक वाला गुनगुना पानी बेहद कारगर है। एक टब में गुनगुना पानी लें और उसमें थोड़ा सेंधा नमक घोलें। अब अपने पैर इसमें 15-20 मिनट तक डुबोकर रखें। ये तरीका नसों को सुकून देने के साथ-साथ पैरों की थकान भी मिटाता है।
हाथों के लिए भी सेंधा नमक का कमाल
सिर्फ पैरों ही नहीं, हाथों की झनझनाहट से भी सेंधा नमक राहत दिला सकता है। नहाते वक्त सेंधा नमक मिला गुनगुना पानी हाथों पर डालें और हल्की मसाज करें। ये हाथों की मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और ब्लड फ्लो बेहतर बनाता है।
हाथ-पैरों की झनझनाहट को कम करने के लिए रोजाना रात को हल्दी वाला दूध पिएं। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और पोषक तत्व नसों को मजबूत बनाते हैं और शरीर में सूजन कम करते हैं। ये देसी तरीका झनझनाहट की समस्या को जड़ से मिटाने में मदद करता है।
इन घरेलू उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लें। मसाज, सेंधा नमक और हल्दी का कमाल कुछ ही दिनों में आपको झनझनाहट से राहत देगा। याद रखें, अगर समस्या लगातार बनी रहती है तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।