हमारी सेहत का एक बड़ा हिस्सा हड्डियों की मजबूती पर निर्भर करता है। अक्सर लोग हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए कैल्शियम युक्त आहार, सप्लीमेंट्स या महंगे मेडिकल ट्रीटमेंट पर निर्भर हो जाते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि शरीर को हड्डियों की असली ताकत देने वाला एक अहम पोषक तत्व—विटामिन D—हमें प्रकृति से मुफ्त में मिलता है। जी हां, सूरज की रोशनी सिर्फ उजाला ही नहीं देती, बल्कि शरीर में विटामिन D बनाने की प्राकृतिक प्रक्रिया को सक्रिय करती है। ये विटामिन न सिर्फ कैल्शियम के अवशोषण में मदद करता है, बल्कि हड्डियों की मिनरल डेंसिटी को बनाए रखने में भी मुख्य भूमिका निभाता है।
खास बात ये है कि रोज़ाना कुछ मिनटों की धूप शरीर के लिए किसी दवा से कम नहीं। ये सरल उपाय, यदि सही तरीके से अपनाया जाए, तो उम्र भर हड्डियों को मजबूत बनाए रख सकता है।
सूरज की किरणें कैसे बनाती हैं 'हड्डियों की खुराक'?
जब हमारी त्वचा पर सुबह की सूरज की अल्ट्रावायलेट बी (UVB) किरणें पड़ती हैं, तो ये शरीर में मौजूद कोलेस्ट्रॉल को विटामिन D3 में बदल देती हैं। ये विटामिन D3 फिर लिवर और किडनी में जाकर सक्रिय होता है और हड्डियों के विकास और मजबूती में मदद करता है।
कैल्शियम तभी असरदार होता है जब साथ हो विटामिन D
भले ही आप कैल्शियम की कितनी भी मात्रा ले लें, लेकिन अगर शरीर में विटामिन डी की कमी है, तो ये पूरी तरह से अवशोषित नहीं होगा। विटामिन डी, छोटी आंत में कैल्शियम के एब्जॉर्प्शन को बढ़ाता है और उसे खून के ज़रिए हड्डियों तक पहुंचाता है। इसकी कमी से बच्चों में रिकेट्स और बड़ों में ऑस्टियोपोरोसिस जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
कब और कितनी धूप जरूरी है?
विटामिन D के लिए सबसे असरदार समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक का होता है। इस दौरान UVB किरणें ज्यादा प्रभावी होती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सप्ताह में कुछ दिन 10 से 30 मिनट तक बिना सनस्क्रीन के धूप लेना फायदेमंद हो सकता है। हालांकि ज्यादा देर तक धूप में रहने से त्वचा को नुकसान हो सकता है, इसलिए संतुलन जरूरी है।
धूप सीधे हड्डियों को मजबूत नहीं करती, बल्कि वो शरीर में विटामिन D का उत्पादन शुरू कर एक चेन रिएक्शन को जन्म देती है जो कैल्शियम के उपयोग और हड्डियों की मजबूती में मददगार होता है। इसीलिए नियमित और संतुलित मात्रा में धूप लेना स्वस्थ जीवनशैली का अहम हिस्सा होना चाहिए।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।