आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हर कोई समय बचाने की होड़ में है। खासकर सुबह के वक्त जब दफ्तर या स्कूल के लिए देर हो रही हो, तो किचन में रोटियां भी जल्दी-जल्दी पकाई जाती हैं। ऐसे में बहुत से लोग तवे पर रोटी धीरे-धीरे सेंकने की बजाय सीधे तेज गैस की आंच पर फूला लेते हैं। रोटी भले ही देखने में अच्छी लगती हो, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस शॉर्टकट का सेहत पर बुरा असर हो सकता है? सीधे आंच पर रोटी सेंकने से उसमें ऐसे खतरनाक रसायन बनने लगते हैं जो दीर्घकाल में गंभीर बीमारियों की वजह बन सकते हैं।
सोशल मीडिया पर भी यह दावा किया जा रहा है कि गैस पर रोटी सेंकना कैंसर जैसी बीमारियों की आशंका को बढ़ा सकता है। तो क्या वाकई रोजाना खाई जाने वाली रोटी हमारी सेहत के लिए खतरा बन रही है? चलिए, इस भ्रम और सच्चाई के बीच का फर्क समझते हैं।
आजकल हर घर में गैस चूल्हा है और रोटियां सीधी गैस की तेज लपटों पर सेंकी जाती हैं। सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि सीधे गैस पर रोटी सेंकने से उसमें कैंसर पैदा करने वाले तत्व आ सकते हैं। ये कितना सच है?
कई लोग जल्दी में होते हैं, इसलिए रोटियों को तवे पर धीमी आंच पर पकाने की बजाय सीधे तेज गैस पर सेंक देते हैं। इससे रोटी तो तुरंत फूल जाती है, लेकिन साथ ही उसमें हानिकारक रसायन भी बनने लगते हैं।
आंच पर रोटी सेकने से क्यों बढ़ता है कैंसर का खतरा?
रिसर्च और एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जब रोटियां तेज आंच या सीधे फ्लेम पर पकती हैं, तो वे हेट्रोसायक्लिक एमाइन (HCA) और पॉलीसाइक्लिक एरोमैटिक हाइड्रोकार्बन (PAH) जैसे कार्सिनोजेन्स का शिकार हो सकती हैं। यही नहीं, गैस जलने से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड जैसे प्रदूषक भी रोटी में समा सकते हैं, जो लंबे समय में स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल सकते हैं।
विशेषज्ञ का क्या है कहना?
विशेषज्ञ बताले हैं सीधे गैस पर रोटी सेंकना कई हानिकारक रसायनों को न्योता देता है। उनकी मानें तो इस तरह सेंकी गई रोटी जहरीली हो सकती है और नियमित सेवन करने पर कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है।
क्या करें ताकि रोटी बने स्वादिष्ट और सुरक्षित?
हमेशा रोटी को मध्यम आंच पर ही पकाएं।
सीधे फ्लेम पर न रखकर तवे पर ही पकाएं।
चिमटे की जगह किसी कपड़े या दूसरी रोटी से दबाकर सेंकें।
ज्यादा जली हुई रोटी से बचें क्योंकि उसमें कार्सिनोजेनिक्स बनने की आशंका बढ़ जाती है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।