Uric Acid: गठिया और पथरी का काल है ये घरेलू उपाय, यूरिक एसिड को करेगा छूमंतर
Health Tips: खून में यूरिक एसिड का बढ़ना यानी हाइपरयूरिसीमिया, शरीर में गठिया, जोड़ों का दर्द और किडनी स्टोन जैसी दिक्कतें पैदा कर सकता है। इसके पीछे खराब डाइट, मोटापा, कमजोर किडनी और कुछ दवाओं का असर हो सकता है। इससे बचने के लिए संतुलित भोजन, पर्याप्त पानी, नियमित व्यायाम और चिकित्सकीय सलाह जरूरी है
Uric Acid: यूरिक एसिड शरीर में तब बनता है जब प्यूरिन नामक तत्व टूटता है।
आज के भागदौड़ भरे जीवन में लोग अक्सर थकान, जोड़ों का दर्द या पेट में हल्के दर्द को मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन ये संकेत हो सकते हैं एक गंभीर समस्या – यूरिक एसिड बढ़ने के। ये सिर्फ एक सामान्य हेल्थ इश्यू नहीं, बल्कि शरीर में धीरे-धीरे पनपती ऐसी परेशानी है जो समय रहते ध्यान न देने पर गठिया, किडनी स्टोन और सूजन जैसी बीमारियों की वजह बन सकती है। खासतौर पर 40 की उम्र पार कर चुके लोगों में इसका खतरा और भी बढ़ जाता है। यूरिक एसिड असल में शरीर में प्यूरिन नामक तत्व के टूटने से बनने वाला एक टॉक्सिन है, जो बाहर न निकले तो खून में जमने लगता है।
ये शारीरिक दर्द के साथ आपकी जीवनशैली को भी बुरी तरह प्रभावित कर सकता है। इसलिए समय रहते इसके लक्षणों को पहचानना और उपाय करना बेहद जरूरी है।
क्यों बढ़ता है यूरिक एसिड?
यूरिक एसिड शरीर में तब बनता है जब प्यूरिन नामक तत्व टूटता है। प्यूरिन ऐसी चीजों में पाया जाता है जो हम रोज खाते-पीते हैं जैसे लाल मांस, शराब, या ज्यादा मीठे ड्रिंक्स। जब किडनी इस एसिड को ठीक से बाहर नहीं निकाल पाती, तब ये खून में जमने लगता है और परेशानी शुरू हो जाती है।
मुख्य कारण
ज्यादा मांस और सी-फूड का सेवन
शराब और कोल्ड ड्रिंक जैसी चीजें
मोटापा और हाई ब्लड प्रेशर
कुछ खास दवाएं जो किडनी को प्रभावित करती हैं
पानी की कमी और अनियमित दिनचर्या
कैसे पहचानें यूरिक एसिड के लक्षण?
शुरुआती स्तर पर इसके लक्षण साफ नजर नहीं आते, लेकिन जैसे-जैसे समस्या बढ़ती है, ये संकेत सामने आ सकते हैं:
पैरों के अंगूठे या जोड़ों में सूजन और दर्द
बार-बार थकान महसूस होना
किडनी स्टोन बनने का खतरा
गठिया जैसी समस्याएं
यूरिक एसिड कम करने के आसान घरेलू उपाय
आहार पर दें ध्यान
प्यूरिन युक्त चीजें जैसे रेड मीट, ऑर्गन मीट, और सी-फूड से दूरी बनाएं। हरी सब्जियां, फल और साबुत अनाज को डाइट में शामिल करें।
खूब पानी पिएं
दिन में कम से कम 2.5–3 लीटर पानी जरूर पिएं ताकि शरीर से टॉक्सिन्स आसानी से निकल सकें।
नियमित व्यायाम करें
हल्की एक्सरसाइज, वॉकिंग और योग से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
शराब और मीठे ड्रिंक्स से परहेज
इनसे शरीर में यूरिक एसिड का उत्पादन तेजी से होता है, इसलिए इन्हें पूरी तरह से टालना बेहतर है।
डॉक्टर से सलाह लें
अगर घरेलू उपायों से फर्क न दिखे, तो तुरंत ब्लड टेस्ट कराएं और मेडिकल सलाह लें।
जब घरेलू उपाय न करें असर, तब क्या करें?
यदि लाइफस्टाइल में बदलाव के बाद भी यूरिक एसिड हाई बना हुआ है, तो डॉक्टर कुछ ट्रीटमेंट दे सकते हैं:
दवाइयों का सेवन – दर्द और सूजन कम करने के लिए एंटी-इंफ्लेमेटरी मेडिसिन
ब्लड टेस्ट की निगरानी – नियमित जांच से स्थिति पर नजर
किडनी स्टोन के लिए सर्जरी – अगर स्टोन बहुत बड़ा है तो ऑपरेशन जरूरी हो सकता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।