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Diabetes: डायबिटीज में शहद खाने से होगा फायदा या बढ़ेगा शुगर? जानें सच

Honey for diabetics: हम जो भी चीजें खाते हैं, उनका सीधा असर हमारे शरीर के ब्लड शुगर लेवल पर पड़ता है। शहद में प्राकृतिक शक्कर मौजूद होती है, जो मीठी जरूर होती है लेकिन ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकती है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन सोच-समझकर और सीमित मात्रा में करना चाहिए

अपडेटेड Jun 28, 2025 पर 9:08 AM
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Honey for diabetics: बाजार में मिलने वाले फ्लेवर और शुगर वाले शहद से बचें। ऑर्गेनिक या कच्चा शहद सबसे बेहतर है।

डायबिटीज के मरीजों के लिए खानपान एक चुनौती से कम नहीं होता। हर निवाले से पहले यही सोचना पड़ता है कि कहीं इससे ब्लड शुगर तो नहीं बढ़ जाएगा। खासकर जब बात मीठे की हो, तो परहेज और उलझन दोनों साथ चलती हैं। इन्हीं मीठे विकल्पों में एक नाम है – शहद। इसे प्राकृतिक मिठास का स्रोत माना जाता है और कई लोग इसे सफेद चीनी का हेल्दी विकल्प भी समझते हैं। लेकिन क्या वाकई शहद डायबिटिक मरीजों के लिए सुरक्षित है? क्या इसका सेवन करने से शुगर लेवल नियंत्रित रह सकता है या ये भी खतरनाक साबित हो सकता है?

ऐसे तमाम सवाल अक्सर मरीजों के मन में घूमते हैं। इस लेख में हम जानेंगे कि शहद ब्लड शुगर पर कैसे असर डालता है, इसके फायदे क्या हैं और डायबिटीज में इसे कब और कैसे खाना चाहिए ताकि स्वाद भी बना रहे और सेहत भी।

शहद


शहद को अक्सर नेचुरल स्वीटनर और हेल्दी ऑप्शन के रूप में देखा जाता है। लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए हर मीठा आइटम एक सवाल बन जाता है। दरअसल, शहद में नैचुरल शुगर (ग्लूकोज और फ्रक्टोज) होती है जो ब्लड शुगर को प्रभावित कर सकती है। हालांकि, रिसर्च कहती है कि ये वाइट शुगर से बेहतर है, आप सीमित मात्रा में इसका सेवन करें।

ग्लाइसेमिक इंडेक्स से करें फैसला

शहद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) सफेद चीनी से थोड़ा कम होता है। इसका मतलब ये है कि शहद ब्लड शुगर को उतनी तेजी से नहीं बढ़ाता, जितनी वाइट शुगर बढ़ाती है। फिर भी ये पूरी तरह से सुरक्षित नहीं है, क्योंकि शहद में भी कार्ब्स होते हैं जो शरीर में ग्लूकोज का स्तर बढ़ा सकते हैं।

शहद के फायदे सिर्फ मिठास नहीं, सेहत भी

एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर: शहद में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर में सूजन कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे हार्ट हेल्थ और इम्यूनिटी बेहतर होती है।

पाचन और गले के लिए असरदार: पुराने समय से ही शहद को गले की खराश और पाचन संबंधी समस्याओं में रामबाण माना जाता रहा है।

नेचुरल न्यूट्रिशन: इसमें विटामिन, मिनरल्स और एंजाइम्स होते हैं जो चीनी की तुलना में ज्यादा फायदेमंद होते हैं।

डायबिटिक पेशेंट कैसे करें शहद का सेवन?

कम मात्रा रखें बस स्वाद भर: दिनभर में 1 या 2 चम्मच से ज्यादा शहद न लें।

फाइबर रिच फूड्स के साथ खाएं: शहद को साबुत अनाज या ओट्स जैसी चीजों के साथ लें ताकि शुगर का असर धीरे-धीरे हो।

प्रोसेस्ड नहीं, प्योर शहद चुनें: बाजार में मिलने वाले फ्लेवर और शुगर वाले शहद से बचें। ऑर्गेनिक या कच्चा शहद सबसे बेहतर है।

डॉक्टर से सलाह लें: अगर आप इंसुलिन या शुगर कंट्रोल की दवाएं ले रहे हैं, तो बिना सलाह के शहद शुरू न करें।

डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।

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