आज की बदलती लाइफस्टाइल में डायबिटीज एक आम लेकिन गंभीर बीमारी बनती जा रही है। फिजिकल एक्टिविटी की कमी, खराब खानपान और बढ़ता स्ट्रेस मिलकर इस बीमारी को और भी खतरनाक बना देते हैं। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि हम अपनी डाइट को लेकर ज्यादा सतर्क और समझदार बनें। खासतौर पर डायबिटीज के मरीजों के लिए ये और भी जरूरी हो जाता है कि वे ऐसे फूड्स का चुनाव करें जो ब्लड शुगर को बढ़ाने की बजाय उसे काबू में रखें। इन्हीं विकल्पों में एक बेहद असरदार और नेचुरल चीज है चुकंदर।
ये गहरे रंग की जड़ वाली सब्जी ना सिर्फ पोषण से भरपूर होती है, बल्कि ब्लड शुगर कंट्रोल करने में भी मददगार मानी जाती है। आज हम जानेंगे कि चुकंदर डायबिटीज के मरीजों के लिए क्यों फायदेमंद है, इसे खाने का सही तरीका क्या है और इससे सेहत को क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं।
चुकंदर का नाइट्रेट से भरपूर होना है फायदेमंद
चुकंदर में नाइट्रेट्स पाए जाते हैं, जो शरीर में जाकर नाइट्रिक ऑक्साइड में बदलते हैं। यह तत्व ब्लड वेसल्स को रिलैक्स करता है, जिससे ब्लड शुगर का लेवल काबू में रहता है। इसके अलावा इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स 64 होता है, जो मध्यम श्रेणी में आता है। यही वजह है कि ये ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाता है, न कि अचानक।
एंटीऑक्सीडेंट्स और सूजन को घटाने वाले गुण
चुकंदर में मौजूद बीटालेन्स और फेनोलिक यौगिकों में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। ये तत्व शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और सूजन को कम करने का काम करते हैं, जो अक्सर डायबिटीज मरीजों में ज्यादा देखी जाती है।
चुकंदर की सही मात्रा और तरीका
डायबिटीज के मरीजों को रोजाना आधे से एक कप तक चुकंदर खाने की सलाह दी जाती है। एक कप पका हुआ चुकंदर करीब 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट देता है, जो ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ने देता। इसे खाने का सबसे अच्छा समय है भोजन से पहले, ताकि पाचन क्रिया में भी सुधार हो सके।
दिल की सेहत के लिए भी वरदान
चुकंदर सिर्फ ब्लड शुगर ही नहीं, बल्कि दिल की सेहत के लिए भी लाभकारी है। इसमें मौजूद नाइट्रेट्स ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं, जिससे स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा घटता है। ये ब्लड वेसल्स को चौड़ा करके ब्लड फ्लो बेहतर करता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से संपर्क करें।