75th Republic Day: साल 2022 में बिहार के जंगलों में नक्सल विरोधी अभियान के दौरान अपने पैर गंवाने वाले विभोर कुमार सिंह (Bibhor Kumar Singh) को 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। सिंह, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के अधिकारी हैं। सिंह केंद्रीय अर्धसैनिक बलों से सैन्य पदक पाने वाले एकमात्र अधिकारी हैं। शौर्य चक्र शांतिकाल के दौरान दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा सम्मान है। दिल्ली पुलिस के 29 कर्मियों को भी विभिन्न श्रेणी में वीरता एवं सेवा पदक दिए जाएंगे।
रक्षा मंत्रालय की ओर से गुरुवार 25 जनवरी को जारी एक बयान में कहा गया कि 205वीं कोबरा बटालियन के सहायक कमांडेंट रैंक के अधिकारी सिंह को इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया। बिहार के कैमूर जिले के देवरथ कला से ताल्लुक रखने वाले सिंह ने मई 2017 में CRPF को जॉइन किया था। 25 फरवरी 2022 को एक ब्लास्ट में वह बुरी तरह घायल हो गए थे। उस वक्त उनकी गश्ती बिहार के गया और औरंगाबाद जिले के चक्रबंध वन क्षेत्र में थी।
घायल होने के लगभग सात घंटे बाद सिंह को गया जिला मुख्यालय ले जाया गया और बाद में उन्हें दिल्ली के एम्स में ट्रांसफर कर दिया गया। ऑपरेशन के दौरान सिंह ने अत्यधिक दृढ़ता और ताकत का प्रदर्शन किया। इस ऑपरेशन में उन्होंने अपने पैर खो दिए। CRPF के अनुसार, सिंह अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा की परवाह किए बिना अपनी अदम्य भावना के साथ अपने सैनिकों का नेतृत्व और निर्देशन करते रहे। उनकी साहसिक कार्रवाई के कारण नक्सली पीछे हट गए।
दिल्ली पुलिस के 29 अधिकारियों को पदक
एक अन्य आधिकारिक बयान में कहा गया कि 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर दिल्ली पुलिस के कुल 29 अधिकारियों को उनकी सेवाओं के लिए पदक प्रदान किए गए हैं। वीरता के लिए नौ पदक दिए गए, जिनमें एक वीरता पदक मरणोपरांत दिया गया। तीन लोगों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और 17 लोगों के लिए सराहनीय सेवा पदक दिया गया।