राजस्थान में एक उच्च-स्तरीय समिति कोटा में स्टूडेंट्स की आत्महत्या (Kota Student's Suicide) के मामलों को रोकने के उपाय बताएगी। कोटा में पिछले कुछ समय से ऐसे मामलों की संख्या काफी बढ़ी है। माना जा रहा है कि समिति कोचिंग इंस्टीट्यूट्स में दाखिले के लिए स्टूडेंट की न्यूनतम उम्र तय करने का सुझाव दे सकती है। वह बीच में कोचिंग में पढ़ाई छोड़ने वाले स्टूडेंट्स को फीस लौटाने की भी सिफारिश कर सकती है। साथ ही टीचर्स और हॉस्टल के मालिकों के लिए ट्रेनिंग मॉड्यूल शुरू करने भी सलाह दे सकती है। कोचिंग इंस्टीट्यूट में सातवीं क्लास से कम के बच्चों के दाखिले पर रोक लगाने के भी उपाय समिति पेश कर सकती है। एक अखबार ने इस बारे में खबर दी है।