श्रीलंका के ऊर्जा और बिजली मंत्री कंचना विजेसेकारा ( Kanchana Wijesekara)ने बताया है कि श्रीलंका की सरकार ने 50 करोड़ डॉलर से अधिक के निवेश वाली दो विंड प्रोजेक्ट्स के लिए गौतम अडानी समूह की कंपनी अडानी ग्रीन एनर्जी को अस्थायी मंजूरी दे दी है। ये दोनों प्रोजेक्ट्स श्रीलंका के उत्तरी प्रॉविन्स में लगाई जानी हैं।
कंचना विजेसेकारा ने ट्वीटर पर बताया कि कि उन्होंने रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्टस की प्रगति पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को सार्वजानिक क्षेत्र की कंपनी सीलोन बिजली बोर्ड (Ceylon Electricity Board) और सतत विकास प्राधिकरण ((Sustainable Development Authority)के अधिकारियों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि ये दोनों प्रोजेक्ट देश के उत्तरी प्रॉविन्स में मन्नार और पूनरिन में लगाए जाएंगे।
विजेसेकारा ने कहा, "अडानी ग्रीन एनर्जी को मन्नार में 286 मेगावॉट और पूनरिन में 234 मेगावॉट के दो प्रोजक्टस के लिए शुरुआती मंजूरी दी गई है।"
संकटग्रस्त श्रीलंका के एनर्जी सेक्टर में अहमदाबाद स्थित भारतीय रिन्यूएबल एनर्जी दिग्गज अडानी ग्रीन एनर्जी के श्रीलंका में इन दो निवेशों की यह पहली आधिकारिक पुष्टि है।
मंत्री ने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि "सीएईबी अधिनियम संशोधनों के कारण विलंबित 46 प्रोजेक्ट्स में से 21 अगले सप्ताह पीपी समझौतों में प्रवेश करेंगी। ईओआई से 26 नवीकरणीय प्रस्ताव जिन्हें अनंतिम मंजूरी दी गई थी, उन्हें 30 दिनों के भीतर मूल्यांकन करने के लिए ग्रिड मंजूरी और ट्रांसमिशन योजनाओं और अन्य प्रस्तावों के साथ तेजी लाने के लिए दिया गया था"।
सीईबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि पिछले साल सितंबर में रणनीतिक कोलंबो पोर्ट के पश्चिमी कंटेनर टर्मिनल को विकसित करने और चलाने के लिए श्रीलंका के साथ एक समझौता करने वाला अडानी समूह श्रीलंका ऊर्जा क्षेत्र में निवेश की संभावना तलाश रहा है। अब कंपनी की ओ तलाश पूरी होती नजर आ रही है।