Assam Child Marriage Crackdown: विपक्ष की आलोचना और बराक घाटी, मोरीगांव एवं धुबरी में प्रदर्शनों के बीच असम पुलिस ने राज्य में बाल विवाह के खिलाफ सोमवार को भी अपनी मुहिम जारी रखी। तीन दिन में कुल 2,441 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने शनिवार को कहा था कि अगले विधानसभा चुनाव तक इस सामाजिक कुरीति के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी। इस पर विपक्षी खेमे ने विरोध जताया और इस मुहिम को जल्दबाजी में चलाया गया प्रचार का हथकंडा बताया। पुलिस के एक बयान के अनुसार ये गिरफ्तारियां समूचे राज्य में दर्ज 4,074 FIR के आधार पर की गई हैं।
नाबालिग लड़की ने की खुदकुशी
असम पुलिस की कार्रवाई के डर से सैकड़ों शादियां या तो रद्द हो चुकी हैं, या स्थगित कर दी गई हैं। राज्य के कई इलाकों में पुलिस की कार्रवाई का विरोध भी शुरू हो गया है। इस बीच, इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के इस कार्रवाई के खिलाफ ही असम में एक नाबालिग लड़की ने आत्महत्या कर ली है। वहीं, एक महिला ने अपने पति और पिता की गिरफ्तारी के बाद आत्महत्या करने की धमकी दी है। आत्महत्या करने वाली 17 वर्षीय लड़की असम के कछार जिले की रहने वाली थी।
दरअसल, लड़की एक लड़के से प्यार करती थी। लड़की के माता-पिता पहले उसकी शादी कराने के लिए भी तैयार हो गए थे, लेकिन बाल विवाह को लेकर पुलिस की कार्रवाई के बाद वह पीछे हट गए। माता-पिता के इस कदम से दुखी होकर लड़की ने 5 फरवरी को खुदकुशी कर ली। लड़की कछार जिले की राजनगर ग्राम पंचायत के खासपुर गांव की रहने वाली थी। इसी तरह एक 23 वर्षीय महिला ने अपने पिता और पति की गिरफ्तारी के बाद असम सरकार को खुदकुशी करने की धमकी दी है। महिला अफरोजा खातून धुबरी जिले की रहने वाली है।
सीएम बोले- बाल विवाह के खिलाफ मुहिम जारी रहेगी
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘अब तक 2,441 गिरफ्तार हुए। असम में बाल विवाह के खिलाफ मुहिम जारी है।’ उन्होंने इससे पहले कहा था कि राज्य में 2026 के विधानसभा चुनाव तक मुहिम जारी रहेगी। इस मुहिम पर विपक्षी खेमे ने विरोध जताया और प्रभावित परिवार के लोगों ने विभिन्न जगहों पर प्रदर्शन किए। बराक घाटी, मोरीगांव, धुबरी और नगांव जिलों के विभिन्न स्थानों पर प्रभावित परिवारों ने प्रदर्शन किया।
बयान में कहा गया है कि कम से कम 139 लोगों को विश्वनाथ जिले में पकड़ा गया। इसके बाद बारपेटा में 130 और धुबरी में 126 लोगों को पकड़ा गया। बयान के अनुसार अन्य जिले जहां 100 से अधिक गिरफ्तारियां की गई हैं वे हैं बक्सा, बोंगईगांव एवं होजई। बस में 123 लोगों को, बोंगईगांव में 117 लोगों को और होजई में भी 117 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बीच कामरूप जिले में रंगिया में बाल विवाह के मामले में 7 लोगों को जमानत मिल गई है।
ऑल इंडिया मजलिए-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस मुहिम के पीछे की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि असम सरकार अगर वाकई में बाल विवाह की समस्या को खत्म करना चाहती है तो उसे साक्षरता का स्तर बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘विशेषज्ञों ने कहा है कि अगर आप बाल विवाह को खत्म करना चाहते हैं तो आपको बहुत सारे स्कूल खोलने होंगे, (लेकिन) आपने ऐसा नहीं किया। आपने उन मदरसों को बंद करा दिया है जो किसी न किसी रूप में शिक्षा प्रदान कर रहे थे।’’
ओवैसी ने जानना चाहा कि घर के पुरूषों की गिरफ्तारी के बाद, अधर में लटकी महिलाओं की ऐसी परिस्थिति के लिए कौन जिम्मेदार होगा। वहीं, कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने कहा कि ऐसे मुद्दों से निपटने में मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम बाल विवाह का विरोध करते हैं। लेकिन बसे बसाए परिवार जिनके बच्चे बड़े हो रहे हैं, उन्हें तोड़ने का क्या फायदा होगा? यह प्रचार के हथकंडे से ज्यादा कुछ नहीं है।