Ram Mandir in Ayodhya: अयोध्या में हाल ही में निर्मित राम मंदिर के गर्भगृह में पानी निकासी की समस्या सामने आई है, जिससे मंदिर के पुजारियों को काफी परेशानी हो रही है। मौसम की पहली बारिश के बाद राम मंदिर में पानी के रिसाव की समस्या आ गई है। मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने बताया कि अयोध्या के राम मंदिर में छत से पहली ही बारिश में पानी टपकने लगा है। तेजी के साथ बारिश के पानी का रिसाव छत से हो रहा है। भगवान रामलला की मूर्ति के पास पानी का रिसाव हो रहा है। उन्होंने मंदिर परिसर में जल निकासी व्यवस्था की कमी को इसका कारण बताया।
मंदिर के अधिकारी इस समस्या का तुरंत समाधान करने के लिए जल निकासी के बुनियादी ढांचे का आकलन कर रहे हैं। श्रद्धालु और अधिकारी इसे लेकर चिंतित हैं। उन्होंने इस पवित्र स्थल की पवित्रता और संरचनात्मक अखंडता को बनाए रखने के लिए तत्काल मरम्मत की आवश्यकता पर बल दिया है।
मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि पहली ही बारिश में जहां रामलला विराजमान हैं वहां गर्भगृह में पानी भर गया। अगर एक-दो दिन में इंतजाम नहीं हुए, तो दर्शन और पूजन की व्यवस्था बंद करनी पड़ेगी। राम मंदिर के मुख्य पुजारी ने कहा, 'जहां रामलला विराजमान हैं, वहां पहली ही बारिश में पानी टपकने लगा है, जिसकी जांच होनी चाहिए।'
न्यूज 18 के मुताबिक, मुख्य पुजारी का आरोप है कि मंदिर निर्माण कार्य में लापरवाही हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक, पहली बारिश में ही गर्भगृह में पानी टपकने लगा, जिसे हाल ही में ठीक किया गया था।
अब बताया जा रहा है कि गर्भगृह के सामने दर्शनस्थल पर जहां पुजारी बैठते हैं और जहां से VVIP दर्शन होता है, वहां पर इस बार पानी भर गया था। रात में हुई भारी बारिश के बाद पुजारी जब भगवान के पूजन के लिए मंदिर गए तो वहां पर पानी भरा मिला, जिसे कड़ी मस्क्कत के बाद परिसर से बाहर निकाला गया।
बता दें कि भगवान राम का भव्य मंदिर इसी साल 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद आम भक्तों के लिए खोला गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में प्राण-प्रतिष्ठा का समाप्त हुआ था। इस समारोह में हजारों लोग शामिल हुए थे। राम मंदिर का निर्माण कार्य में टाटा कंसल्टेंसी और एलएनटी कंपनी ने निर्माण कराया है।