Credit Cards

Ram Mandir: राम आग नहीं, राम ऊर्जा हैं, राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं- PM Modi

Ayodhya Ram Mandir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रामभक्तों के लंबे इंतजार को खत्म कर दिया और रामललाल की मूर्ति का अनावरण किया है। इस समारोह के बाद उन्होंने कहा, "दशकों के लंबे इंतजार के बाद हमारे राम वापस आए हैं। अब हमारे राम टेंट में नहीं रहेंगे। यह क्षण बहुत पवित्र है और भगवान राम का हम सब पर आशीर्वाद है

अपडेटेड Jan 22, 2024 पर 3:03 PM
Story continues below Advertisement

Ayodhya Ram Mandir: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रामभक्तों के लंबे इंतजार को खत्म कर दिया और रामललाल की मूर्ति का अनावरण किया है। इस समारोह के बाद उन्होंने कहा, "दशकों के लंबे इंतजार के बाद हमारे राम वापस आए हैं। अब हमारे राम टेंट में नहीं रहेंगे। यह क्षण बहुत पवित्र है और भगवान राम का हम सब पर आशीर्वाद है। हमने गुलामी की बेड़ियाँ तोड़ दी हैं और अंततः इस क्षण का हिस्सा बन गए हैं।” पीएम मोदी ने कहा कि उस कालखंड (यानी त्रेतायुग) में वियोग सिर्फ 14 सालों का था लेकिन इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों साल का वियोग सहा है। हमारी कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। पीएम मोदी ने कहा, "राम आग नहीं, राम ऊर्जा हैं। राम विवाद नहीं, राम समाधान हैं। राम सिर्फ हमारे नहीं हैं, राम तो सबके हैं। राम वर्तमान ही नहीं, राम अनंतकाल हैं।" उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम भारत की आत्मा हैं। राम भारत के आधार हैं, राम भारत के विचार।

'प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना'

पीएम मोदी ने कहा कि आज हमें सदियों के उस धैर्य की धरोहर मिली है, आज हमें श्रीराम का मंदिर मिला है। आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे और ये कितनी बड़ी रामकृपा है कि हम इस पल को जी रहे हैं, इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं। मैं आज प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना भी करता हूं कि हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गयी होगी जिसके चलते हम इतनी सदियों तक ये कार्य नहीं कर पाए। आज वो कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है, प्रभु राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे।


राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा लाइव अपडेट्स

'न्यायपालिका का आभार, न्याय के पर्याय प्रभु का मंदिर न्यायबद्ध तरीके से'

पीएम मोदी ने कहा कि प्रभु का आगमन देखकर ही सब अयोध्यावासी और समस्त देशवासी हर्ष से भर गए। लंबे वियोग से जो विपत्ति आई थी, उसका अंत हो गया। उस कालखंड में वो वियोग तो केवल 14 वर्षों का था, तब भी इतना असह्य था। इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा है। हमारी कई-कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु श्रीराम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली। मैं आभार व्यक्त करूंगा भारत की न्यायपालिका का, जिसने न्याय की लाज रख ली। न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से ही बना। हमारे लिए ये अवसर सिर्फ विजय का नहीं, विनय का भी है।

'मंदिर भारतीयों के शांति और धैर्य का प्रतीक'

पीएम मोदी ने कहा कि वो भी एक समय था, जब कुछ लोग कहते थे कि राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी। ऐसे लोग भारत के सामाजिक भाव की पवित्रता को नहीं जान पाए। रामलला के इस मंदिर का निर्माण, भारतीय समाज के शांति, धैर्य, आपसी सद्भाव और समन्वय का भी प्रतीक है। हम देख रहे हैं, ये निर्माण किसी आग को नहीं, बल्कि ऊर्जा को जन्म दे रहा है।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।