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Ram Temple Museum: अयोध्या में वर्ल्ड क्लास म्यूजियम बनाएगी टाटा संस, योगी कैबिनेट ने दी मंजूरी

Ayodhya Ram Temple Museum: यूपी के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि 'टाटा संस' कंपनी ने केंद्र सरकार के जरिये एक प्रस्ताव राज्य को दिया था जिसमें CSR फंड से 650 करोड़ रुपए की लागत से अयोध्या में एक विश्व स्तरीय भारतीय मंदिर संग्रहालय के निर्माण की पेशकश की गई थी

अपडेटेड Jun 25, 2024 पर 4:52 PM
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Ayodhya Ram Temple Museum: म्यूजियम के लिए पर्यटन विभाग 90 साल के लिए पट्टे पर जमीन देगा

Ram Temple Museum in Ayodhya: उत्तर प्रदेश की राम नगरी अयोध्या में विश्वस्तरीय भारतीय मंदिर संग्रहालय के निर्माण के प्रस्ताव को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सरकार ने मंगलवार (25 जून) को हरी झंडी दे दी। यूपी सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर संग्रहालय के विकास में तेजी लाने के निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद सरयू नदी के किनारे लगभग 50 एकड़ में फैले मंदिर संग्रहालय के लिए उपयुक्त भूमि खोजने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। इसके लिए पर्यटन विभाग 90 साल के लिए पट्टे पर जमीन देगा।

प्रदेश के पर्यटन मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि 'टाटा संस' कंपनी ने केंद्र सरकार के जरिये एक प्रस्ताव राज्य को दिया था जिसमें कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व कोष ( CSR फंड) से 650 करोड़ रुपए की लागत से अयोध्या में एक विश्व स्तरीय भारतीय मंदिर संग्रहालय के निर्माण की पेशकश की गई थी।

90 साल के लीज पर मिलेगी जमीन


पीटीआई के मुताबिक, सिंह ने कहा कि इसके अलावा अन्य विकास कार्यों के लिए 100 करोड रुपए देने का प्रस्ताव किया गया था। उनके अनुसार इन प्रस्तावों को मंत्रिमण्डल ने मंगलवार को स्वीकृति दे दी। उन्होंने बताया कि इस मंदिर संग्रहालय के निर्माण के लिए जमीन पर्यटन विभाग एक रुपये की लीज पर 90 साल के लिए उपलब्ध कराएगी।

मंत्रिमण्डल की बैठक में लिए गए एक अन्य फैसले के बारे में पर्यटन मंत्री ने बताया कि प्रदेश में विमान संपर्क बढ़ाने के मद्देनजर लखनऊ, प्रयागराज और कपिलवस्तु (सिद्धार्थ नगर) में निजी सार्वजनिक भागीदारी (PPP) के तहत हेलीपैड बनाकर हेलीकाप्टर सेवाएं चालू करने के प्रस्ताव पर भी मंत्रिमण्डल ने मुहर लगा दी है।

अन्य फैसलों पर लगी मुहर

उन्होंने बताया कि मंत्रिमण्डल ने पूरे प्रदेश में अनुप्रयुक्त धरोहर इमारतों को PPP मोड पर पर्यटन इकाइयों के रूप में विकसित किए जाने का निर्णय लिया है जिससे पर्यटन क्षेत्र के सेवा प्रदाताओं और आम लोगों को लाभ मिलेगा।

उन्होंने बताया कि इनमें से आज ऐसी तीन इमारतों कोठी रोशनुद्दौला लखनऊ, बरसाना जल महल मथुरा और शुक्ला तालाब कानपुर को चुना गया है। उनके मुताबिक इनके लिये तकनीकी निविदा, तकनीकी प्रस्तुतीकरण एवं वित्तीय निविदा को मंत्रिमण्डल ने अनुमोदन दे दिया है।

पर्यटन नीति 2022 लागू

सिंह ने बताया कि प्रदेश में पर्यटन की संभावनाओं के बेहतर इस्तेमाल के लिए पर्यटन नीति 2022 लागू की गई थी। उन्होंने कहा कि उसका लाभ ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिल सके, इसके लिए पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री 'टूरिज्म फैलोशिप' कार्यक्रम के तहत शोधार्थियों के चयन का एक कार्यक्रम मंत्रिपरिषद ने अनुमोदित किया है।

ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने मंत्रिमण्डल में लिए गए अपने विभाग से सम्बन्धित एक निर्णय की जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने बिजली अधिनियम 2003 पारित किया था और उसके तहत अपनी नियमावली भी बना दी थी।

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उन्होंने कहा कि उसी के क्रम में राज्य सरकार को भी नियमावली बनानी थी। लेकिन उत्तर प्रदेश में वह बन नहीं पाई थी, लेकिन अब उसकी नियमावली तैयार की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि उसमें मुख्य विद्युत निरीक्षक और विद्युत निरीक्षक की योग्यता, उनकी शक्तियां और उनके क्या कार्य होंगे, यह सभी कुछ परिभाषित किया गया है। उनके मुताबिक इस नियमावली को मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल ने मंजूर कर लिया है।

Akhilesh

Akhilesh

First Published: Jun 25, 2024 4:44 PM

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