BharatPe managing director Ashneer Grover : भारतपे के को-फाउंडर और एमडी अशनीर ग्रोवर ने मार्च के अंत के लिए वॉल्युंटरी लीव ले ली है। फिनटेक कंपनी द्वारा 19 जनवरी को जारी एक स्टेटमेंट से यह जानकारी सामने आई है। कंपनी ने कहा, ग्रोवर ने छुट्टी पर जाने के अपने फैसले के बारे में आज ही कंपनी को बोर्ड को जानकारी दी।
यह घोषणा ग्रोवर के कोटक ग्रुप के स्टाफ के खिलाफ अनुचित भाषा के कथित इस्तेमाल को लेकर चल रहे विवाद के बीच की गई है।
कंपनी ने कहा, “अभी के लिए, बोर्ड ने अशनीर के फैसले को स्वीकार कर लिया है। हम कंपनी, हमारे कर्मचारियों और इनवेस्टर्स’ और उन लाखों मर्चेंट्स के इंटरेस्ट में इस पर सहमत हैं, जिन्हें हम रोजाना सपोर्ट करते हैं।”
भारतपे ने कहा कि ग्रोवर की गैर मौजूदगी में “हमारे सीईओ सुहैल समीर और उनकी मजबूत मैनेजमेंट टीम नेतृत्व करने में सक्षम होगी।” बयान के मुताबिक, “अशनीर ने पूरी मेहनत से भारतपे का निर्माण किया है और उनका फैसला कंपनी के सफल भविष्य के लिए उनकी प्रतिबद्धता के अनुरूप है।”
कोटक के कर्मचारी को धमकाने की ऑडियो क्लिप हुई थी वायरल
इस महीने की शुरुआत में एक ऑडियो क्लिप वायरल हो गई थी, जिसमें ग्रोवर ने एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स के आईपीओ के दौरान शेयर अलॉटमेंट से चूकने पर कथित रूप से कोटक ग्रुप के एक इम्प्लॉई को अब्यूज किया और धमकाया था। एफएसएन ई-कॉमर्स वेंचर्स एक ऑनलाइन फैशन और वेलनेस कंपनी न्याका को ऑपरेट करती है।
कोटक को भेजा था लीगल नोटिस
6 जनवरी को, ग्रोवर ने वायरल ऑडियो क्लिप "फेक" होने का दावा करते हुए कहा कि इसे जारी करने वाला एक “स्कैमस्टर” है। ग्रोवर ने ट्वीट किया, “यह एक फेक ऑडियो है, जिससे स्कैमर्सटर ने फंड (2.40 लाख डॉलर के बिटकॉइन) ऐंठन की कोशिश कर रहा था। मैंने देने से इनकार कर दिया।” हालांकि, बाद में ग्रोवर ने पोस्ट को डिलीट कर दिया जिसमें ऑडियो के फेक होने का दावा किया गया था। तब मनीकंट्रोल ने खबर दी थी कि ग्रोवर ने न्याका आईपीओ के लिए आईपीओ फाइनेंसिंग उपलब्ध कराने में नाकाम रहने पर कोटक को एक लीगल नोटिस भेजा था।
नोटिस में कंपनी में 500 करोड़ रुपये के शेयरों को सब्सक्राइब करने से होने वाले संभावित फायदे के रूप में हुए नुकसान के अलावा लीगल नोटिस पर आई 1 लाख रुपये की लागत की क्षतिपूर्ति की मांग की गई है।
बीते साल यूनिकॉर्न बनी भारतपे
2018 में स्थापित ग्रोवर की फिनटेक कंपनी भारतपे बीते साल यूनिकॉर्न बन गई थी। ग्रोवर के भारतपे ने भी 2021 में सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ ज्वाइंट वेंचर में संकटग्रस्त पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव (पीएमसी) को हासिल करने बाद बैंकिंग में कदम रख दिया है। जेवी को बीते साल अक्टूबर में रिजर्व बैंक (आरबीआई) से स्माल फाइनेंस बैंक का लाइसेंस मिल गया है।