सरकार टेलीकॉम इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनियों पर मेहरबान होती हुई दिखाई दे रही है। टेलीकॉम इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनियों को सरकार की तरफ से बड़ी राहत मिल गई है। सरकार ने ये राहत 5G और 6G इक्विपमेंट टेस्टिंग को लेकर दी है। इससे कंपनियां अब आसानी से 5G और 6G उपकरणों का टेस्ट कर पाएंगी। सरकार ने इसके लिए स्पेक्ट्रम रेगुलेटरी सैंडबॉक्स को नोटिफाई कर दिया है। सरकार के इस कदम से इक्विपमेंट टेस्ट करने के लिए अब सरकारी मंजूरी जरूरी नहीं होगी। लिहाजा कंपनियां किसी भी स्पेक्ट्रम बैंड का इस्तेमाल कर सकेंगी।
इस खबर पर ज्यादा डिटेल के बताते हुए हमारे सहयोगी चैनल सीएनबीसी-आवाज़ के असीम मनचंदा ने कहा कि सरकार ने टेलीकॉम इक्विपमेंट टेस्ट करना आसान कर दिया है। इसके तहत सरकार के निर्देशानुसार DoT ने स्पेक्ट्रम रेगुलेटरी सैंडबॉक्स नोटिफाई कर दिया है। इसे टेलीकॉम इक्विपमेंट बनाने वाली कंपनियों के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है।
असीम ने आगे कहा कि स्पेक्ट्रम रेगुलेटरी सैंडबॉक्स नोटिफाई करने से अब इक्विपमेंट टेस्ट करने के लिए सरकारी मंजूरी जरूरी नहीं होगी। इससे कंपनियां किसी भी स्पेक्ट्रम बैंड का इस्तेमाल कर सकेंगी। अब कंपनियों को 5G और 6G उपकरण टेस्ट करने में आसानी होगी।
इससे पहले कंपनियां सिर्फ लैब में उपकरण टेस्ट कर सकती थीं। अब कंपनियां फील्ड ट्रायल भी कर पाएंगी। सरकार के इस कदम के बाद कंपनियां लंबे समय के लिए भी ट्रायल कर सकती हैं। कंपनियों के लिए नई टेक्नोलॉजी पर उपकरण बनाना आसान होगा।
असीम मनचंदा ने कहा कि टेलीकॉम उपकरण बनाने वाली कंपनियां BTS, राउटर, मॉडम, स्विच जैसे उपकरण टेस्ट कर पाएंगी। इसके लिए सरकार अलग-अलग राज्यों में स्पेक्ट्रम टेस्ट जोन भी बनाएगी।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)