चीन समेत कई देशों में कोरोना संक्रमण से हाहाकार मचा हुआ है। इस बीच केंद्र सरकार ने अहम फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को पत्र लिख कर देश में कोरोना के सभी पॉजिटिव मामलों की जीनोम सिक्वेंसिंग (genome sequencing) करने को कहा है। केंद्र सरकार का कहना है कि जापान, अमेरिका, कोरिया रिपब्लिक, ब्राजील और चीन में कोरोना के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। ऐसे में जरूरी है कि देश में सामने आ रहे कोरोना के पॉजिटिव केसों की जीनोम सिक्वेसिंग कराई जानी चाहिए। इससे कोरोना के नए वेरिएंट के बारे में समय से जानकारी मिल सकेगी। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Mansukh Mandaviya) आज देश में कोरोना के हालात की समीक्षा करेंगे।
सरकार ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिखकर कोविड के नए मामलों की जीनोम सीक्वेंसिंग करने को कहा है। स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजा है। इसमें कहा गया है कि सभी राज्यों को जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर देना होगा।
केंद्र सरकार की ओर से भेजे गए पत्र में कहा गया है कि जहां तक संभव हो रोजाना कोरोना के पॉजिटिव मामलों के सैंपल निर्धारित INSACOG, जीनोम सिक्वेसिंग लैबोरेट्री में भेजना सुनिश्चित करें। पत्र आगे कहा गया है कि इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से इस संबंध में हर संभव मदद की जाएगी। भारत में अभी भी हफ्ते में कोरोना के 1200 नए केस सामने आ रहे हैं। जबकि दुनिया में में वीकली 35 लाख मामले सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों से कहा है कि खतरा अभी गया नहीं है। पिछले साल जून में जारी गाइडलाइंस के तहत सभी जरूरी उपाय किए जाएं।
पिछले 24 घंटे में 112 नए केस
देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 112 नए मामले सामने आए हैं। नए केस आने से देश में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 4,46,76,199 पर पहुंच गई है। देश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या घटकर 3,490 रह गई है। पिछले 24 घंटे में संक्रमण से तीन और मरीजों की मौत से देश में मृतकों की कुल संख्या बढ़कर 5,30,677 हो गई है। मौत के नए मामलों में केरल में दो और महाराष्ट्र में एक मरीज की जान गई। मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, एक्टिव मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.01 फीसदी है। वहीं, कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की दर बढ़कर 98.8 फीसदी हो गई है।
जानिए क्या है जीनोम सीक्वेंसिंग
आसान शब्दों में कहा जाए तो जीनोम सीक्वेंसिंग एक तरह से किसी वायरस का बायोडाटा होता है। कोई वायरस किस तरह का है, किस तरह का वह दिखता है, इन सभी चीजों की जानकारी हमें जीनोम के जरिए मिलती है। इसी वायरस के बड़े समूह को जीनोम कहा जाता है। वायरस के बारे में जानने की विधि को जीनोम सीक्वेंसिंग कहते हैं। इससे ही कोरोना के नए स्ट्रेन के बारे में पता चलता है।