Christmas 2023: चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डी. वाई. चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) ने सोमवार को कहा कि क्रिसमस मनाते समय हमें अपने सशस्त्र बलों के उन जवानों के बलिदान को नहीं भूलना चाहिए जो सीमा पर देश की रक्षा के लिए अपनी जान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईसा मसीह के जीवन का संदेश दूसरों की भलाई के लिए बलिदान देना था। वह सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में बोल रहे थे। इस दौरान कार्यक्रम में CJI चंद्रचूड़ ने क्रिसमस कैरोल गाए। कार्यक्रम में अन्य लोगों के साथ CJI चंद्रचूड़ को "रूडोल्फ द रेड-नोज़्ड रेनडियर" और "जिंगल बेल्स" गाते देखा गया।
जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, "हम सबकुछ त्याग देंगे, भले ही यह हमारे जीवन की बात हो, जैसा कि हमारे सशस्त्र बलों में बहुत से लोग राष्ट्र की सेवा में करते हैं। हमने दो दिन पहले सशस्त्र बलों के अपने चार सदस्यों को खो दिया है।"
जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में हाल में चार सैनिकों की शहादत का जिक्र करते हुए CJI चंद्रचूड़ ने कहा, "इसलिए, जब हम क्रिसमस मना रहे हैं, तो उन लोगों के बारे में न भूलें जो सीमाओं पर हैं... जो हमारे देश की रक्षा के लिए अपनी जान दे रहे हैं। जब हम जश्न में गाएं, तो उनके लिए भी गाएं।"
CJI ने कहा कि बार के सदस्यों के लिए नए चैंबर बनाए जाएंगे। लंबित मामलों को कम करने के लिए कदम उठा रहे जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि वह स्थगन की मांग संबंधी प्रक्रिया को संस्थागत बनाएंगे। इस कार्यक्रम में जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह तथा सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अदीश सी अग्रवाला भी मौजूद थे।
CJI ने पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकवादी हमले में मारे गए चार सैन्यकर्मियों को भी श्रद्धांजलि दी। 64 वर्षीय डीवाई चंद्रचूड़ 22 नवंबर से CJI हैं और नवंबर 2024 में रिटायर होंगे।