महाराष्ट्र के सपा नेता अबू आजमी के मुगल बादशाह औरंगजेब को महान बताने पर वहां की राजनीति में तूफान खड़ा हो गया। बवाल मचने के बाद आखिरकार मंगलवार को अबू आजमी ने अपनाबयान वापस ले लिया। उन्होंने दावा किया कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। वहीं अब इस पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान दिया है। इंडिया टुडे के एक कार्यक्रम में सीएम योगी ने मुगल बादशाह औरंगजेब को एक क्रूर शासक बताया है।
सभ्य मुसलमान भी बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखता
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुगल बादशाह औरंगजेब को नायक बता रहे लोगों को "मानसिक विकृति" का शिकार बताया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि औरंगजेब को किस मायने में आप एक नायक के रूप में पेश करना चाहते हैं। कोई सभ्य मुसलमान भी अपने पुत्र का नाम औरंगजेब नहीं रखता, क्योंकि औरंगजेब ने अपने ही पिता शाहजहां को कैद कर दिया था। सिर्फ कैद ही नहीं बल्कि औरंगजेब ने अपने ही पिता शाहजहां को एक-एक बूंद पानी के लिए तरसाया था।
होली साल में एक बार पड़ती है, जुमे की नमाज तो हर सप्ताह
सीएम योगी ने कहा, "शाहजहां ने अपनी जीवनी में लिखी है कि ऐसा पुत्र किसी को पैदा ना हो, जिसने जीते-जी मुझे तो मारा ही, तुम से अच्छा तो वह हिंदू है जो अपने बूढ़े माता-पिता की सेवा तो करता है, और मरने के बाद श्राद्ध के माध्यम से जल-तर्पण भी देता है।" सीएम योगी ने आगे कहा कि, होली साल में एक बार पड़ती है, जुमे की नमाज तो हर सप्ताह पढ़नी है...आवश्यक नहीं है कि वह व्यक्ति मस्जिद में ही जाए, अगर जाना ही है तो रंग से परहेज न करे।
वहीं इससे पहले उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक कार्यक्राम में सीएम योगी ने कहा था कि, "अकबर हो या औरंगजेब, हिन्दुओं के प्रति सबकी मानसिकता एक ही थी। हमारे आदर्श और राष्ट्रनायक महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह जी महाराज हैं, ना कि अकबर या औरंगजेब। अकबर कभी नायक नहीं हो सकता। इन्होंने भारत की सनातन परंपरा को रौंदने के लिए तमाम षड्यंत्र रचे। इसके विपरीत, महाराणा प्रताप ने अपने बलिदान से सनातन संस्कृति की रक्षा की।"