अमेरिकी कॉमर्स मिनिस्टर हॉवर्ड लुटनिक ने भारत से जल्द डील होने की उम्मीद जताई। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि भारत के अपने बाजार खोलने चाहिए और रूस से तेल खरीदना बंद करना चाहिए। भारत के कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने भी 11 सितंबर को अमेरिका से नवंबर तक डील होने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच इस बारे में बातचीत चल रही है। अमेरिका ने इंडिया पर 50 फीसदी टैरिफ लगाया है। इतना टैरिफ उसने भारत के अलावा सिर्फ ब्राजील पर लगया है।
लुटनिक को भारत के साथ मसले हल होने की उम्मीद
लुटनिक ने 11 सितंबर को कहा कि हम इंडिया के साथ मसलों को सुलझाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत को अपने बाजार खोलने हैं और रूस से तेल खरीदना बंद करना है। सीएनबीसी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ये बातें कहीं। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इंडिया के साथ जल्द डील होने की बात कही थी। बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके जवाब में कहा था कि इडिया और अमेरिका नेचुरल पार्टनर हैं। इससे दोनों देशों के रिश्तों में आई तल्खी कम होने के संकेत मिल रहे हैं।
ट्रंप के रुख में भी नरमी देखने को मिली है
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ पर लिखा कि प्रधानमंत्री मोदी मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। मैं उनसे मिलने को लेकर उत्साहित हूं। इसका जवाब पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीत चल रही बातचीत से पार्टनरशिप की नई संभावनाओं के रास्ते खुलेंगे। उन्होंने भी कहा कि मैं ट्रंप से बातचीत को लेकर उत्साहित हूं। अगर ट्रंप के बयान के दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी घटने का संकेत माना जाए तो इसका मतलब है कि अमेरिका जल्द इंडिया पर 50 फीसदी टैरिफ में कमी कर सकता है।
पिछले हफ्ते लुटनिक ने दिखाए थे सख्त तेवर
लुटनिक ने पिछले हफ्ते कहा था कि भले ही इंडिया रूस से तेल नहीं खरीदने की सलाह को मानने के लिए तैयार नहीं दिख रहा है, लेकिन आखिर में इसे कुछ महीनों के अंदर अमेरिका से ट्रेड डील करने के लिए आना होगा। उन्होंने ब्लूमबर्ग से कहा था, "मेरा मानना है कि एक या दो महीने में इंडिया बातचीत के टेबल पर आएगा। वह कहेगा कि उसे अफसोस है। वह डोनाल्ड ट्रंप से डील के लिए कोशिश करेगा।" लेकिन, अब अमेरिकी कॉमर्स मिनिस्टर के सुर बदलते दिख रहे हैं।
अमेरिका ने सिर्फ रूस से तेल खरीदने पर लगाया ज्यादा टैरिफ
ट्रंप ने इंडिया पर 25 फीसदी अतिरिक्त शुल्क सिर्फ रूस से तेल खरीदने पर पेनाल्टी के रूप में लगाया है। यह टैरिफ पिछले महीने के अंत से लागू हो गया है। इधर, इंडिया ने साफ कर दिया है कि वह देश के हित को ध्यान रख रूस से तेल खरीद रहा है। यूक्रेन पर हमले के बाद जब पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए तो इंडिया ने रूस से कम कीमत पर ज्यादा तेल खरीदना शुरू किया।